हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। भारत ने ब्रॉन्ज मेडल प्लेऑफ मैच में स्पेन को 2-1 से हराया दिया। भारतीय टीम का ओलंपिक में लगातार यह दूसरा मेडल है। इससे पहले भारत ने टोक्यो ओलंपिक में भी ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया था।
पहले गोल के बाद वापसी
मुकाबले में स्पेन की टीम पहले क्वार्टर में ही पहला गोल किया था। इंडियन टीम को हल्की सी गलती का खामियाजा झेलना पड़ा। स्पेन को पेनाल्टी स्ट्रोक मिला, जिसे स्पेन ने गोल में बदल दिया। ये मौका भारतवासियों का दिल तोड़ने वाला मामला था। इसके बाद जब दूसरा क्वार्टर खत्म होने वाला था, तभी 30 सेकेंड पहले भारत को पेनाल्ट कॉर्नर मिल गया। जिसे कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल में बदला। इससे कुछ देर पहले भी भारत को पेनाल्टी कॉर्नर मिला, उस वक्त हरमनप्रीत सिंह ने कमान अपने हाथ में नहीं ली। हरमनमित सिंह ने रोहिताश को मौका दिया। लेकिन वो गोल नहीं कर पाए। इससे भारत की उम्मीदों को झटका लगा था, लेकिन से दर्द ज्यादा देर तक नहीं चला और हरमनप्रीत ने वापसी करा दी। इसके साथ ही मुकाबला बराबरी पर आ गया। वहीं पर आधा खेल खत्म हो गया था।
टीम मे अपनाया अक्रामक रुख
तीसरा क्वार्टर शुरू हुआ तो भारतीय टीम ने आक्रामक रुख अपना लिया। करीब 5 ही मिनट बाद भारत को एक और पेनाल्टी का मौका मिला। इस बार भी खुद कप्तान हरमनप्रीत ने ही मोर्चे पर थे। हरमनप्रीत ने एक और गोल दाग दिया। इससे भारत के पास लीड गई। यानी मैच की शुरुआत में पीछे चला रहा, भारत अब आगे हो गया था। जीत का दौर यहां से शुरू हुआ। इसके बाद दोनों टीमें गोल करने के लिए जद्दोजहद करने लगी। पेनाल्टी कॉर्नर भी मिला, लेकिन सफलता नहीं। आखिर के 5 मिनट काफी रोचक मुकाबला हुआ। दोनों टीमें हमलावर नजर आईं, लेकिन गोल करने में सफलता नहीं मिली।
एमपी के लाल भी शामिल
भारतीय पुरुष हॉकी टीम में इटारसी में जन्मे मिडफील्डर विवेक सागर प्रसाद भी शामिल थे। विवेक दूसरी बार ओलंपिक खेले हैं। वर्तमान में विवेक बैंगलुरू में राष्ट्रीय शिविर में गहन प्रशिक्षण लेकर तैयारी कर रहे हैं। विवेक सागर ने हुनर दिखाकर साल 2020 के टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया था।
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