NEW DELHI. भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के सभी पदाधिकारियों पर बैन लगा दिया है। इसी के साथ आईओए ने कुश्ती संघ को आदेश जारी कर उसके सभी पदाधिकारियों के प्रशासनिक, आर्थिक कार्य पर रोक लगा दी है। आईओए ने कुश्ती संघ से सभी दस्तावेज, अकाउंट्स और विदेशी टूर्नामेंटों के लिए भेजी जाने वाली एंट्री का लॉगिन, वेबसाइट संचालन तत्काल उसे सौंपने को कहा है। आईओए ने यह कदम खेल मंत्रालय की ओर से भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव रद्द कर आईओए की अस्थायी समिति को संघ के चुनाव कराने और उसके संचालन का जिम्मा सौंपे जाने के बाद उठाया है। वहीं कुश्ती संघ ने भी कहा कि हम तो पहले से ही आईओए के अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं। उधर, जंतर मंतर में कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों को धरना 21वें दिन भी जारी रहा। शनिवार (13 मई) को पहलवानों ने काली दिवस मनाया और सभी पहलवानों ने काली पट्टी बांध कर विरोध किया।
45 दिन में होंगे चुनाव
भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव 45 दिन में कराने के आदेश खेल मंत्रालय ने आईओए को दिए हैं। इसके लिए तीन सदस्यीय अस्थायी समिति का गठन 3 मई को किया गया था। जिसमें वूशु संघ के भूपेंदर सिंह बाजवा, ओलंपियन निशानेबाज सुमा शिरूर और एक सेवानिवृत जज को शामिल किया गया है। इस समिति ने अपना कार्यभार भी संभाल लिया है। उसकी अगुआई में अंडर-17 और अंडर-23 एशियाई चैंपियनशिप की टीम का चयन ट्रायल भी घोषित कर दिया गया है।
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बृजभूषण का कार्यकाल खत्म, अब नए चुनावों से मिलेगा अध्यक्ष
पहलवानों की ओर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों से घिरे बृजभूषण शरण सिंह बतौर भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष के 4 साल के तीन कार्यकाल पूरे कर चुके हैं। खेल संहिता के मुताबिक वह अब इस पद पर चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हो चुके हैं। जनवरी में पहलवानों के पहले धरने के वक्त खेल मंत्रालय की ओर से खिलाड़ियों की मांग पर बृजभूषण को फेडरेशन की सभी गतिविधियों से दूर रहने के बारे में कहा गया था। साथ ही IOA की गठित ओवरसाइट कमेटी को ही इसका संचालन सौंपा गया था।
अध्यक्ष पद का नहीं लड़ेंगे चुनाव,लेकिन...
कागजी कार्रवाई के हिसाब से बृजभूषण फेडरेशन से 5 माह से अलग ही हैं। इधर, बृजभूषण भी स्पष्ट कर चुके हैं कि वह अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि यह नहीं कहा है कि वह किसी अन्य पदाधिकारी का चुनाव नहीं लड़ेंगे। बस अध्यक्ष पद पर चुनावों से इंकार किया था।
एक और महिला पहलवान के बयान दर्ज
उधर, दिल्ली पुलिस ने एक और शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए गए थे। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार (12 मई) को सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज किए। महिला पहलवानों के वकील नरेंदर हुड्डा के अनुसार, अब तक दिल्ली पुलिस सात में से दो शिकायतकर्ताओं के बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज करा चुकी है। इससे पहले नाबालिग शिकायतकर्ता का भी बयान दर्ज किया गया था।
पहलवानों ने बल्क कॉल का लिया सहारा
धरने पर बैठे पहलवानों ने अब देशवासियों से उनसे जुड़ने के लिए बल्क कॉल का सहारा लिया है। बजरंग पूनिया की रिकॉर्डिंग में कॉल आने लगी है। जिसमें कहा गया है कि नमस्कार जी, मैं बजरंग पूनिया बोल रहा हूं। जैसे आप सभी को पता है कि हम जंतर-मंतर पर अपनी देश की बेटियों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं। आप भी इस न्याय की लड़ाई में हमसे जुड़ने के लिए 1 दबाएं।
साक्षी मलिक के गांव मोखरा में मनाया काला दिवस
शनिवार को साक्षी मलिक के गांव मोखरा में काला दिवस मनाया गया है। मोखरा तपा के प्रधान रामकिशन मलिक के नेतृत्व में महिलाओं व ग्रामीणों ने काली पट्टियां बांधकर बृजभूषण को गिरफ्तार करो के नारे लगाए।
TOPS स्कीम में विनेश-बजरंग शामिल
जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवान बजरंग और विनेश फोगाट को एशियाई खेलों और ओलिंपिक की तैयारियां कराने वाली टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) में बरकरार रखा गया है। मिशन ओलिंपिक सेल ने पिछले प्रदर्शन के आधार पर 27 नए खिलाड़ियों को टॉप्स के कोर और डेवलपमेंटल ग्रुप में शामिल किया, जबकि कई खिलाड़ियों को बाहर भी किया।