New Delhi. रूस के विदेश मंत्री ने हाल ही में यह बयान दिया था कि रूस के पास अरबों भारतीय मुद्रा रुपए का भंडार पड़ा हुआ है, जिसका वह इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है। जिस पर भारत की ओर से यह स्पष्टीकरण आया है कि आपसी करेंसी में व्यापार के लिए बनाए गए विशेष वोस्ट्रो बैंक अकाउंट में रूस के पास रूपए का कोई भंडार नहीं है। विदेश व्यापार के महानिदेशक संतोष कुमार सारंगी ने कहा है कि विशेष रूपया वोस्ट्रो अकाउंट्स के तहत रूस के पास कोई भंडार नहीं है, रूस के पास जो थोड़ा बहुत रिजर्व है वह केवल कुछ रक्षा खरीद और बिक्री के कारण पड़ा है।
दरअसल रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने हाल ही में अपने भारत दौरे में रुपए में व्यापार करने को लेकर यह समस्या बताई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि रूस के भारतीय बैंकों में अरबों रुपए जमा हैं, जिनका वह इस्तेमाल नहीं कर सकता। सर्गेई ने यह भी कहा था कि हमें इन पैसों का इस्तेमाल करने के लिए रुपए को किसी दूसरे देश की करंसी में बदलना पड़ेगा। जिस मुद्दे पर भारत से बातचीत चल रही है।
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यह बोले सारंगी
इस मुद्दे पर विदेश व्यापार के महानिदेशक सारंगी ने कहा कि मुझे यह जानकारी नहीं है कि उनके पास जो रिजर्व है, वह वास्तव में कैसा है, और उससे निपटने की क्या व्यवस्था है। सारंगी ने कहा कि यह बातचीत आर्थिक मामलों के विभाग और रक्षा मंत्रालय के बीच की हो सकती है।
दरअसल विदेश व्यापार नीति में बदलाव के बाद आरबीआई ने घरेलू और विदेशी बैंकों को रूस, जर्मनी, सिंगापुर, ओमान, ब्रिटेन, केन्या और इजराइल के साथ-साथ 18 देशों के बैंकों में विशेष रूपया वोस्ट्रो अकाउंट्स खोलने की अनुमति दी थी। इसके तहत ही रूस के साथ रुपए में व्यापार की शुरूआत हुई है। जिसके लिए वोस्ट्रो अकाउंट खोले गए थे, दोनों देशों में यह तय हुआ था कि आपसी सहमति से इन खातों में वो एक तय रकम रखेंगे और इसका एक्सचेंज रेट दोनों देश मिलकर तय करेंगे।