IMPHAL. मणिपुर में जातीय हिंसा लगातार जारी है। इंटरनेट पर बैन अब 15 जून तक रहेगा। सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है। चौथे दिन के सर्च ऑपरेशन में सेना के जवानों और पुलिस बल को 22 ऑटोमैटिक हथियार मिले। अब तक सेना 957 हथियार बरामद कर चुकी है।
Houses of Kuki tribals are burning in Manipur and security forces are watching it! pic.twitter.com/RiCRL2Da7o
— Ashok Swain (@ashoswai) June 11, 2023
मणिपुर के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सपम रंजन सिंह का बयान
मणिपुर के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सपम रंजन सिंह ने बताया कि राज्य में शनिवार से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है, ये इस बात का सबूत है कि हमारे राज्य में शांति और सामान्य स्थिति लौट रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में चल रहे तलाशी अभियान में लगभग 53 हथियार, 39 बम और 74 गोला-बारूद और मैगजीन बरामद की गई हैं।
39 दिन से हिंसा जारी, अब तक 100 से ज्यादा की मौत
मणिपुर में 39 दिन से जारी हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 310 घायल हैं और 37 हजार से ज्यादा लोग 272 राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं।
मणिपुर के 11 अफसरों का ट्रांसफर
शनिवार को मणिपुर के 11 अफसरों का ट्रांसफर कर दिया गया था। इसमें IAS और IPS शामिल हैं। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह इस महीने की शुरुआत में 4 दिन के दौरे पर मणिपुर आए थे। इस दौरान राज्य के DGP पी. डोंगल को हटा दिया गया था। उनकी जगह राजीव सिंह को कमान सौंपी गई थी।
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गृह मंत्रालय ने गवर्नर की अध्यक्षता में बनाई शांति समिति
गृह मंत्रालय ने शनिवार को बताया था कि केंद्र सरकार ने मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए राज्यपाल की अध्यक्षता में कमेटी बनाई है। कमेटी के सदस्यों में मुख्यमंत्री, राज्य सरकार के कुछ मंत्री, सांसद, विधायक और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हैं। समिति में पूर्व सिविल सेवक, शिक्षाविद, साहित्यकार, कलाकार, सामाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न जातीय समूहों के प्रतिनिधि भी शामिल किए गए हैं।