स्पोर्ट्स डेस्क. दुनिया की सबसे पापुलर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 17वें सीजन के लिए मिनी ऑक्शन मंगलवार, 19 दिसंबर को दुबई में होगा। ऑक्शन में आज दोपहर एक बजे से बोली लगाई जाएंगी। इसमें घरेलू और इंटरनेशनल क्रिकेट के 333 प्लेयर्स पर आईपीएल की 10 टीमें (फ्रेंचाइजी) बोली लगाएंगी। यहां बता दें, आईपीएल की 10 टीमों में 77 प्लेयर्स की जगह खाली है। जिनके लिए वे 262.5 करोड़ रुपए खर्च कर करेंगी। इन टीमों गुजरात के पास सबसे ज्यादा 38.15 करोड़ रुपए का पर्स है, वहीं केकेआर में सबसे ज्यादा 12 प्लेयर्स की खरीदारी होनी है।
मिनी ऑक्शन क्यों ?
इस बार मिनी ऑक्शन होगा क्योंकि 2022 में IPL से पहले मेगा ऑक्शन हुआ था। जिसमें 2 नई टीमों लखनऊ सुपरजायंट्स और गुजरात टाइटंस को भी जोड़ा किया गया था। मेगा ऑक्शन में टीमें 4-4 प्लेयर्स ही रिटेन कर सकती है, इसलिए बहुत सारे खिलाड़ियों की जगह खाली होती है। जबकि मिनी ऑक्शन से पहले टीमें कई प्लेयर्स को रिटेन कर सकती हैं, इसमें बहुत कम खिलाड़ी बिकते हैं, इसलिए इसे मिनी ऑक्शन कहते हैं। मेगा ऑक्शन तीन साल में एक बार होता है, जबकि इन 3 सालों में हर साल मिनी ऑक्शन होते हैं।
कब और कहां होगा ऑक्शन ?
आईपीएल का मिनी ऑक्शन 19 दिसंबर 2023 को दुबई के कोका-कोला एरिना में दोपहर 1.00 बजे से शुरू होगा। ऑक्शन में 333 खिलाड़ियों पर बोली लगेगी। टूर्नामेंट खेलने वाली 10 टीमों में 77 प्लेयर्स की जगह खाली है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा 77 प्लेयर्स की जेबें ही भर सकती हैं।
यहां देख सकेंगे लाइव ऑक्शन
अगर 333वें नंबर के खिलाड़ी का नाम आने से पहले ही 77 खिलाड़ी बिक जाते हैं, तो ऑक्शन उसी वक्त खत्म कर दिया जाएगा। ऑक्शन को टीवी पर 'स्टार स्पोर्ट्स चैनल' और ऑनलाइन मोबाइल पर 'जियो सिनेमा' पर देख सकेंगे।
बीसीसीआई और आईपीएल कमेटी कराएगी ऑक्शन
बीसीसीआई और IPL कमेटी मिलकर इस ऑक्शन को कंडक्ट कराएंगी। ऑक्शन के होस्ट ब्रिटेन के ह्यूज एडमीड्स हो सकते हैं, हालांकि इसे लेकर अभी तक बीसीसीआई की तरफ से कोई ऑफिशियल बयान नहीं आया है। उन्होंने पिछले ऑक्शन को भी होस्ट किया था। उनसे पहले रिचर्ड मैडली ऑक्शन कराते थे।
क्या है नीलामी की प्रोसेस?
जब टीमें खिलाड़ी पर बोली लगाती हैं, तो जैसे-जैसे खिलाड़ी की कीमत बढ़ती जाती है, नीलामीकर्ता उसे अनाउंस करता जाता है। आखिर में सबसे ऊंची बोली लगने पर नीलामीकर्ता हैमर को डेस्क पर पटककर सोल्ड कहते हुए उस खिलाड़ी को टीम को बेच देता है। इस तरह नीलामी की प्रोसेस कम्प्लीट होती है।
सभी टीमों के पास 100 करोड़ का पर्स
पिछले सीजन टीमों के पास 95 करोड़ रुपए का पर्स था, यानी एक टीम ज्यादा से ज्यादा 95 करोड़ रुपए ही खर्च कर सकती थी। इस बार पर्स में 5 करोड़ रुपए बढ़ाए गए हैं। यानी टीमें अपने 25 प्लेयर्स का स्क्वॉड बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा 100 करोड़ रुपए तक खर्च कर सकती हैं। पिछले सीजन के ऑक्शन के बाद टीमों के पास कुछ पैसा बचा था। इस ऑक्शन के पहले टीमों ने अपने कुछ प्लेयर्स निकाल भी दिए। रिलीज किए गए प्लेयर्स की कीमत और पिछले सीजन के ऑक्शन का बचा हुआ अमाउंट ही इस ऑक्शन में टीमों का पर्स होगा। उसमें अब 5 करोड़ रुपए और जुड़ जाएंगे।
केकेआर और दिल्ली कैपिटल्स सबसे ज्यादा प्लेयर्स पर लगाएंगी बोली
आईपीएल में इस वक्त 10 टीमें हैं। सभी फ्रेंजाइजी अपनी टीमों में 18 से 25 प्लेयर्स रख सकती हैं। इनमें ज्यादा से ज्यादा 8 विदेशी प्लेयर्स हो सकते हैं। इस वक्त कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) के पास सबसे कम प्लेयर्स हैं। केकेआर में 12 और दिल्ली कैपिटल्स में 9 प्लेयर्स की जगह खाली हैं। ऐसे में ऑक्शन के दौरान यही टीमें सबसे ज्यादा प्लेयर्स पर बोली लगाते नजर आएंगी।
गुजरात टाइटंस के पास सबसे ज्यादा पर्स
लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के पास सबसे कम 13.15 करोड़ रुपए हैं। राजस्थान रॉयल्स (RR) के पास भी महज 14.5 करोड़ रुपए ही हैं। गुजरात टाइटंस (GT) के पास सबसे ज्यादा 38.15 करोड़ रुपए का पर्स है। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK), सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और पंजाब किंग्स (PBKS) के पास भी 30 करोड़ से ज्यादा रुपए का पर्स बाकी है।