Iran coal mine blast : ईरान में एक कोयला खदान में हुए हादसे में 51 लोगों की मौत हो गई है और 17 लोग घायल हैं। पूर्वी ईरान के तबास में स्थित एक कोयला खदा में यह दुर्घटना हुई है। राहत और बचाव कार्य जारी है। कोयला खदान में विस्फोट की वजह मीथेन गैस का लीक होना बताया जा रहा है।
70 लोग कर रहे थे काम
मीथेन लीक के चलते हुए भीषण विस्फोट ने इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान ली है। कोयला खदान ईरान की राजधानी तेहरान से करीब 335 किलोमीटर दूर तबास में स्थित है। हादसे के वक्त खदान में करीब 70 लोग काम कर रहे थे। अभी तक 51 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
ईरान की कोयला खदानों में इस तरह के हादसे पहले भी हुए हैं। साल 2013 में दो अलग-अलग खदानों में हादसे हुए थे। इन हादसों में 11 मजदूरों की मौत हुई थी। इससे पहले साल 2009 में भी इसी तरह का हादसा हुआ था जिसमें 20 लोगों की जान चली गई थी। साल 2017 में भी एक कोयला खदान में विस्फोट हुआ था, जिसमें कम से कम 42 लोगों की मौत हुई थी।
जिंदा निकाले गए लोगों को पास के अस्पतालों (hospitals) में इलाज के लिए भेजा गया है। ईरान (Iran) के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने हादसे (accident) पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि फंसे हुए लोगों को बचाने और उनके परिवारों की सहायता के लिए सभी प्रयास करने का आदेश दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि घटना की जांच शुरू हो गई है।
2017 में भी कम से कम 42 लोग मारे गए थे
ईरान अपनी खदानों से हर साल 1.8 मिलियन टन कोयला निकालता है। हालांकि, ईरान की खदानों में होने वाले हादसों से अक्सर मजदूरों की जान जाती रही है। देश में 2017 में भी एक कोयला खदान विस्फोट में कम से कम 42 लोग मारे गए थे। खनन क्षेत्रों में कमजोर सुरक्षा मानकों और अपर्याप्त आपातकालीन सेवाओं को हादसों के लिए दोषी ठहराया जाता रहा है।
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