NEW DELHI. जया वर्मा सिन्हा रेलवे बोर्ड की नई चेयरमैन होंगी। वे इस पद को पाने वाली पहली महिला होंगी। 105 साल में पहली बार रेलवे में कोई महिला CEO बनेगी। जया वर्मा सिन्हा 1 सितंबर को पदभार ग्रहण करेंगी। वे अनिल कुमार लाहोटी की जगह लेंगी। जया वर्मा सिन्हा PMO के सामने बालासोर रेल हादसे का प्रेजेंटेशन देकर चर्चा में आई थीं। उन्हें महिला रेलवे अधिकारी के रूप में काफी सराहना मिली थी।
PMO के सामने बालासोर रेल हादसे का दिया था प्रेजेंटेशन
उड़ीसा में हुए रेल हादसे के दौरान जया वर्मा सिन्हा को एक महिला रेलवे अधिकारी के रूप में काफी सराहना मिली थी। उन्होंने इस पूरी घटना की जानकारी PMO के सामने रखी थी। अब वे रेलवे बोर्ड की पहली महिला चेयरमैन और CEO बनने जा रही हैं। भारत सरकार की ओर से उनकी नियुक्ति का ऐलान कर दिया गया है। फिलहाल वे रेलवे बोर्ड में परिचालन और व्यवसाय विकास की सदस्य हैं।
31 अगस्त 2024 तक का कार्यकाल
अपाइंटमेंट कमेटी ऑफ द कैबिनेट सेक्रेटेरिएट ने जानकारी दी कि कमेटी ने जया वर्मा सिन्हा आईआरएमएस, मेंबर (ऑपरेशंस एंड बिजनेस डेवलपमेंट) रेलवे बोर्ड को चेयरमैन और सीईओ रेलवे बोर्ड के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। उनका कार्यकाल 31 अगस्त 2024 तक लागू रहेगा।
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कौन हैं जया वर्मा सिन्हा
जया वर्मा सिन्हा 1988 बैच में IRTS में शामिल हुईं। अपने करीब 35 साल के कार्यकाल में उन्होने दक्षिण पूर्व रेलवे, उत्तर रेलवे और पूर्व रेलवे में कई अहम पदों पर काम किया। वे 4 सालों तक ढाका (बांग्लादेश) में भारतीय उच्चायोग में रेलवे सलाहकार रहीं। बांग्लादेश में रेलवे के आधुनिकीकरण और विस्तार में भारत का काफी योगदान रहा। जया वर्मा सिन्हा के कार्यकाल के दौरान ही कोलकाता से ढाका मैत्री एक्सप्रेस का शुभारंभ हुआ था।