दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 12 मई तक बढ़ाई, ED मामले में जमानत पर फैसला 28 अप्रैल तक टला

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Rahul Garhwal
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दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 12 मई तक बढ़ाई, ED मामले में जमानत पर फैसला 28 अप्रैल तक टला

NEW DELHI. दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की न्यायित हिरासत 12 मई तक बढ़ा दी गई है। लोकल कोर्ट ने फैसला किया है। सीबीआई केस में जमानत को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान बेंच ने सीबीआई से कहा कि अगर आपके पास वो सबूत हैं, जिन पर आपको भरोसा है, तो हमें भी दिखाएं।



ED मामले में जमानत पर फैसला 28 अप्रैल तक टला



ईडी केस में पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने फैसला 28 अप्रैल तक टाल दिया। ईडी केस में कोर्ट ने 18 अप्रैल को फैसला सुरक्षित रख लिया था।



पहली बार चार्जशीट में मनीष सिसोदिया का नाम



सीबीआई ने पहली बार अपनी चार्जशीट में मनीष सिसोदिया का नाम आरोपी के तौर पर दर्ज करके कोर्ट में पेश किया था। CBI ने मंगलवार को ही राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। मनीष सिसोदिया के अलावा जांच एजेंसी की चार्जशीट में हैदराबाद के CA बुच्ची बाबू गोरंटला, अर्जुन पांडे और अमनदीप सिंह ढल का नाम भी आरोपी के रूप में शामिल है। कोर्ट इस चार्जशीट पर 12 मई को सुनवाई करेगा।



मनीष सिसोदिया की पत्नी की तबीयत बिगड़ी



आपको बता दें कि मंगलवार को मनीष सिसोदिया की पत्नी सीमा सिसोदिया की तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें अस्पताल में एडमिट कराना पड़ा। पिछली सुनवाई के दौरान दयान कृष्णन ने बताया था कि लोअर कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की पत्नी की मेडिकल कंडीशन पर ध्यान नहीं दिया। जबकि ऐसा करना नहीं चाहिए था। सिसोदिया की पत्नी मल्टिपल स्केलेरोसिस से पीड़ित हैं। उनकी हालत बिगड़ती जा रही है।



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मल्टीपल स्केलेरोसिस में क्या होता है?



मल्टीपल स्केलेरोसिस इंसान के दिमाग और रीढ़ की हड्डी को अक्षम करने वाली गंभीर बीमारी है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करती है। मल्टीपल स्केलेरोसिस तंत्रिका तंतुओं को प्रभावित करती है, यह मस्तिष्क और शरीर के बाकी हिस्सों के बीच तालमेल को समाप्त करने में अहम भूमिका निभाती है जो रोग तंत्रिका तंतुओं को स्थायी क्षति या गिरावट का कारण बनता है।


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