MANDSAUR. गोलीकांड की बरसी पर पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मंदसौर पहुंचे। यहां उन्होंने एक प्रेस ब्रीफिंग की और उसमें बीजेपी की शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा। कमलनाथ ने आरोप लगाया कि वो जनता को कितना भी गुमराह करने का प्रयास करें, प्रदेश की जनता अब इनके बहकावे में नहीं आने वाली है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हाल ही में महाकाल लोक में हुआ घोटाला सामने आया है। लोगों ने देखा सप्तर्षियों की मूर्तियां किस प्रकार हवा के झोंके से गिर गईं, कोई भूकंप नहीं आया, कोई टक्कर नहीं लगी, सिर्फ तेज हवा चलने मात्र से मूर्तियां गिर गईं। कई मूर्तियों में दरारें आ चुकी है। नंदी द्वार का कलश टूट कर गिर गया।
अपने आने का कारण बताया
कमलनाथ ने कहा- मैं उस दिन उपस्थित हुआ हूं जिस दिन हमारे मंदसौर में गोली कांड हुआ था। उन्होंने कहा, किसान क्या मांग रहे थे, न्याय मांग रहे थे, फसलों का सही मूल्य मांग रहे थे, और मिला क्या, पुलिस की गोलियां। इतनी बड़ी घटना के बाद जांच का नाटक चला, आज तक कोई जांच की रिपोर्ट नहीं आई। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों के हत्यारों से कोई न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता l शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रोजगार, कानून व्यवस्था, हर जगह व्यवस्थाएं चौपट हैं।
मुख्यमंत्री वही होगा जिसे जनता चुनेगी
पीसीसी अध्यक्ष बोले कि मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर हमारे नेताओं ने जो भी बातें कही हैं वह आपने भी सुनी हैं। मैंने भी सुनी हैं, इसमें कोई बेचैनी वाली बात नहीं। अंत में वही चेहरा होगा जिसे जनता स्वीकार करेगी। अपनी कार्यशैली पर कमलनाथ ने कहा कि वे मई वे प्रदेश अध्यक्ष बने थे, नवंबर में चुनाव थे और प्रदेश में काफी लोग उन्हें पहचानते नहीं थे। उनकी कार्यशैली से वाकिफ नहीं थे, परंतु आज ऐसा नहीं है। मध्य प्रदेश का हर वर्ग कमलनाथ को और कमलनाथ की कार्यशैली को जानता और पहचानता है।
डबल स्पीड से चलेगी घोषणा मशीन
शिवराज जी की घोषणा मशीन 18 सालों से चल रही है, लेकिन अब जनता जानती है अगले 5 महीने यह घोषणा मशीन अब डबल स्पीड से चलेगी। कमलनाथ ने भाजपा की डबल इंजन सरकार को कहा कि इसने मध्य प्रदेश को सत्यानाश की ओर धकेला है। यह जनता जान चुकी है।
हमने किसानों का कर्ज माफ किया
अपने कार्यकाल की याद दिलाकर कमलनाथ ने कहा कि हमने मंदसौर जिले में 1,01,000 किसानों का कर्जा माफ करके दिखाया था। मंदसौर के किसान इसके गवाह हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है।
अधिकारियों से कहा सर्वे की जरूरत नहीं
मंदसौर में हुई ज्यादा बारिश से नुकसान पर कमलनाथ ने कहा, ‘मुझे आज भी याद है हमारे कार्यकाल के दौरान मंदसौर में अतिवृष्टि हुई थी, मैं यहां आया था, जब भोपाल लौटा तो अधिकारियों ने कहा सर्वे करना होगा। मैंने कहा था - मैं स्वयं सर्वे करके आ रहा हूं। सर्वे होता रहेगा पहले किसानों के खातों में मुआवजे की रकम पहुंचाइए।’
खेती हमारी प्राथमिकता
हमने अपनी माताओं बहनों के लिए नारी सम्मान योजना लॉन्च की है।वहीं, कृषि क्षेत्र की उन्नति, हमारी पहली प्राथमिकता होगी। हमारे घोषणा पत्र में इसके लिए अलग से प्रावधान होंगे।
धर्म की राजनीति पर उठाया सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म आचार और विचार का विषय है, लेकिन राजनीतिक प्रचार का विषय नहीं है। आज देश के अलग-अलग वर्गों में तनाव पैदा करने की राजनीति चल रही है। इस दौरान उन्होंने मणिपुर की घटनाओं का जिक्र भी किया।
हमें किसानों की चिंता
हमारी पार्टी का साफ एजेंडा है कि किसानों को फसल का सही मूल्य मिले। कमलनाथ ने कहा कि किसानों को खाद और बीज के लिए, हमारी सरकार के दौरान भटकना नहीं पड़ा था। आज स्थिति यह है कि अतिवृष्टि में घोटाला, ओलावृष्टि में घोटाला मुआवजे में घोटाला हो रहा है।