New Delhi. देश को ओलंपिक समेत विभिन्न स्पर्धाओं में मैडल दिलाने वाले पहलवानों का मुद्दा जोरों से चर्चा में है। पहले खाप पंचायत, फिर किसान संघ और 1983 की टीम के खिलाड़ियों के बाद राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल भी इस मुद्दे पर पहलवानों के समर्थन में उतरे हैं। सिब्बल ने बृजभूषण शरण सिंह के मामले में सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में यह मुद्दा इतना गर्माया हुआ है और प्रधानमंत्री मोदी चुप हैं। सिब्बल ने कहा कि बृजभूषण पर आरोप लगना ही मामले की जांच करने के लिए काफी है।
पहलवानों के वकील हैं सिब्बल
कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में पहलवानों की पैरवी की थी, उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि मामले की जांच करने वालों के लिए संदेश काफी है, बृजभूषण सिंह के खिलाफ लगातार सबूत बढ़ते जा रहे हैं, उनके खिलाफ लोगों में आक्रोश भी बढ़ रहा है। लेकिन बावजूद इसके उनकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है और पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के साथ-साथ बीजेपी और आरएसएस चुप हैं। सिब्बल ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार सबके साथ नहीं बल्कि बृजभूषण के साथ है।
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दो मामले दर्ज हैं बृजभूषण पर
बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 28 अप्रैल को दो मामले दर्ज हुए थे। दोनों एफआईआर में आईपीसी की धारा 354, 354 ए, 354 डी और 34 के तहत एफआईआर हुई है। इन आरोपों में एक से 3 साल तक की सजा का प्रावधान है। पहली एफआईआर में 6 वयस्क पहलवानों के आरोप हैं, साथ ही डब्ल्यूएफआई के सचिव विनोद तोमर का भी नाम है। दूसरी एफआईआर एक नाबालिग के पिता की शिकायत पर दर्ज की गई है। यह पॉक्सो अधिनियम की धारा 10 के तहत है जिसमें 5 से सात साल सजा का प्रावधान है।
खाप महापंचायत ने दिया है 5 दिन का अल्टिमेटम
बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर खाप महापंचायत सरकार को 5 दिन का अल्टिमेटम दिया है। इसके अलावा खाप ने शामली में भी महापंचायत बुलाई है। उधर किसान संघ के नेता राकेश टिकैत भी बृजभूषण की गिरफ्तारी को लेकर खाप पंचायत के साथ खड़े हैं। वहीं लगातार हो रहे विरोध को देखते हुए सरकार भी इस मामले में बैकफुट पर नजर आ रही है। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर कह चुके हैं कि मामले में जांच दिल्ली पुलिस कर रही है और वह कानूनी प्रक्रिया के तहत काम कर रही है।