NEW DELHI/BENGALURU. कर्नाटक में चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर राजनीतिक गहमागहमी जारी है। कांग्रेस में बैठकों का दौर चल रहा है। वहीं, कर्नाटक में डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के समर्थकों के बीच पोस्टर वॉर भी छिड़ा है। दोनों नेताओं के समर्थक अपने-अपने नेता को अगला सीएम बता रहे हैं। सीएम पद के तगड़े दावेदार डीके शिवकुमार का आज (15 मई) जन्मदिन भी है। ऐसे में चर्चाएं है कि क्या कांग्रेस उन्हें जन्मदिन के गिफ्ट के तौर पर सीएम की कुर्सी देगी या फिर से अपने अनुभवी नेता सिद्धारमैया पर दांव लगाती है।
डीके शिवकुमार रेस में सबसे आगे माने जा रहे
कर्नाटक में मुख्यमंत्री की दौड़ में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार सबसे आगे चल रहे हैं। वे 61 साल के हो गए हैं। डीके कर्नाटक की कनकपुरा सीट से लगातार 8वीं बार विधायक बने हैं और कम समय में फायरब्रांड नेता के तौर पर पहचान बनाई है। इतना ही नहीं, डीके को कर्नाटक में संकटमोचक के तौर पर जाना जाता है। विधानसभा चुनाव में वो कांग्रेस के सबसे अमीर उम्मीदवार थे। उनकी सीएम को लेकर दावेदारी भी काफी मजबूत है। माना जा रहा है कि पार्टी बर्थडे पर डीके को सीएम के तौर पर रिटर्न गिफ्ट दे सकती है।
डीके शिवकुमार को कर्नाटक में कांग्रेस को खड़ा करने का श्रेय दिया जाता है. वे प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद संगठनात्मक कार्यों में लगातार मेहनत के साथ जुटे रहे। यही वजह है कि पार्टी ने कम समय में ही जमीन से जुड़कर क्षेत्रीय मुद्दे उठाए और लोगों का भरोसा जीत लिया। 2018 के चुनाव में डीके के प्रयासों से ही कांग्रेस और जेडीयू के बीच गठबंधन को अंतिम रूप दिया जा सका था और सरकार बनी थी। इतना ही नहीं, डीके ने अन्य कांग्रेस शासित राज्यों में सरकार पर संकट के वक्त मदद की और वहां के विधायकों को कर्नाटक में ठहरने की व्यवस्था की।
जन्मदिन पर डीके शिवकुमार से मिलने पहुंचे समर्थक
डीके शिवकुमार के जन्मदिन के मौके पर भारी संख्या में उनके समर्थक उन्हें बधाई देने उनके आवास पहुंचे।
#WATCH | Bengaluru: Karnataka Congress president DK Shivakumar meets his supporters who have gathered at his residence to wish him on his birthday today pic.twitter.com/6DKdXo62qQ
— ANI (@ANI) May 15, 2023
नए सीएम की रेस में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को नया सीएम तय करना है। 14 मई को विधायक दल की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष को जिम्मेदारी दिए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। कर्नाटक में नए सीएम की रेस में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के नामों की चर्चा है।
डीके शिवकुमार दक्षिणी कर्नाटक में पार्टी का बड़ा चेहरा हैं। सिद्धारमैया की सरकार में ऊर्जा मंत्री भी रहे हैं। कांग्रेस के सबसे अमीर नेताओं में उनका नाम आता है। वे 840 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं। कांग्रेस नेतृत्व जानता है कि शिवकुमार पर दूसरे राज्यों में चुनाव लड़ने और आने वाले लोकसभा चुनावों के लिए धन जुटाने के लिए भरोसा किया जा सकता है।
सिद्धारमैया का फॉर्मूला
सूत्रों के मुताबिक, सिद्धारमैया ने सत्ता में साझेदारी का सुझाव देते हुए कहा कि पहले 2 साल उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए और बाद के 3 साल डीके शिवकुमार को सीएम की कुर्सी सौंपी जाए। सिद्धारमैया ने कहा, 'चूंकि वे उम्रदराज़ हैं, इसलिए वह कम से कम 2024 के संसदीय चुनावों तक पहले चरण में सरकार चलाना चाहते हैं।' हालांकि शिवकुमार ने सिद्धारमैया के इस फॉर्मूले को राजस्थान और छत्तीसगढ़ का हवाला देते हुए खारिज कर दिया।
डीके का पक्ष इसलिए मजबूत
दोनों नेताओं ने सभी विधायकों से अपने-अपने लिए समर्थन मांगा. आलाकमान के लिए बड़ी चुनौती यह है कि अगर डीके को विधायक दल नेता के रूप में चुना जाता है तो सिद्धारमैया को फिर कैसै मनाया जाए और उन्हें क्या जिम्मेदारी दी जाए। शिवकुमार का पक्ष इसलिए भी मजबूत है क्योंकि पार्टी पिछले 3 वर्षों में उनके द्वारा किए गए प्रयासों से अच्छी तरह वाकिफ है। वहीं, डीके शिवकुमार को सीएम नहीं बनाया जाता तो कैडर को गलत संदेश जा सकता है, क्योंकि उन्होंने पार्टी के वफादार सिपाही के रूप में अपनी एक अलग छवि बनाई है।
ऐसा रहा कर्नाटक का नतीजा
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 224 में से 136 सीटों पर जीत दर्ज की और पार्टी को 43% वोट शेयर मिला। एक एनालिसिस के मुताबिक, कांग्रेस ने 2018 की तुलना में काफी सीटों पर आराम से जीत दर्ज की, लेकिन कुछ सीटें ऐसी भी थीं, जहां जीत का अंतर बेहद कम रहा।