CHANDIGARH. खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन के चीफ अमृतपाल सिंह के पंजाब में होने की संभावना है। अमृतपाल के पंजाब में होने के दावे के बाद पंजाब पुलिस होशियारपुर में सर्च ऑपरेशन चला रही है। बताया जा रहा है कि अमृतपाल पंजाब पुलिस को एक बार फिर चकमा देने में कामयाब हो गया। जानकारी के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि अमृतपाल सिंह एक इंटरनेशनल चैनल को इंटरव्यू देने के लिए जालंधर जा रहा था। उसका प्लान था कि वह पहले इस पूरे मामले को लेकर बयान देगा और फिर पंजाब पुलिस के सामने सरेंडर कर देगा, लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी हो गई और उसका प्लान नाकाम हो गया।
Crackdown on Waris Punjab De's Amritpal Singh | Punjab police conducts a search operation in Hoshiarpur's Manaiya village.
Amritpal Singh is on the run since March 18. pic.twitter.com/m2PquHlD3a
— ANI (@ANI) March 28, 2023
पंजाब पुलिस पीछा कर रही थी, दो संदिग्ध भागे
पंजाब पुलिस की इंटेलिजेंस यूनिट अमृतपाल की पंजाब नंबर की कार (PB 10 CK 0527) का फगवाड़ा से पीछा कर रही थी। ड्राइवर ने गाड़ी भगाकर होशियारपुर ज़िले के गांव मरनाइया के गुरुद्वारे में घुसा दी। उसके बाद गाड़ी को चालू हालत में छोड़कर गाड़ी में सवार दोनों संदिग्ध दीवार कूदकर भाग गए। हालांकि, गाड़ी को छोड़कर भागने वाले कौन थे, कोई भी नहीं देख पाया। अमृतपाल होशियारपुर में एक बार फिर चकमा देकर भाग गया। उसके साथ उसका सहयोगी पप्पलप्रीत और एक सहयोगी भी भागा है। फिलहाल पंजाब पुलिस की टीमों ने आस-पास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
कार से फरार होने वाला अमृतपाल ही था
इससे पहले पंजाब पुलिस ने होशियारपुर में अमृतपाल की गाड़ी के पीछे चलने वाले दो लोगों को हिरासत में लिया था। उन्होंने पुलिस पूछताछ में पुष्टि की कि इनोवा से फरार हुआ शख्स अमृतपाल ही था। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अमृतपाल के साथ पप्पलप्रीत और एक तीसरा व्यक्ति भी मौजूद था। जानकारी के मुताबिक, इससे पहले अमृतपाल यूपी के लखीमपुर खीरी में छिपा था।
18 मार्च से पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
18 मार्च को पुलिस की अमृतपाल को गिरफ्तार करने की तैयारी थी। भारी पुलिस फोर्स उसे पकड़ने वाली थी, लेकिन अमृतपाल पुलिस को चकमा देकर साथियों के साथ फरार हो गया। उसने लगातार गाड़ियां बदलीं, बाइक की सवारी की और देखते ही देखते गायब हो गया। अब पिछले कई दिनों से पंजाब पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है। जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल पंजाब में ही कहीं छिपा हुआ है।
कौन है अमृतपाल सिंह?
अमृतपाल 2012 में दुबई में रहने चला गया था। वहां उसने ट्रांसपोर्ट का कारोबार किया। उसके ज्यादातर रिश्तेदार दुबई में रहते हैं। अमृतपाल ने 12वीं तक पढ़ाई की है। अमृतपाल का नाम पिछले साल पंजाब के शिवसेना नेता सुधीर सूरी हत्याकांड में भी सामने आया था। उसके बाद पुलिस ने अमृतपाल सिंह को मोगा के गांव सिंगावाला में नजरबंद किया था। उसने 10 फरवरी को पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा में एक सादे समारोह में ब्रिटेन की रहने वाली एनआरआई लड़की किरणदीप कौर के साथ शादी की। किरणदीप का परिवार मूलत: जालंधर के कुलारां गांव का है, जो कुछ समय पहले ब्रिटेन में बस गया था।
अमृतपाल ने दीप सिद्धू के संगठन पर किया था कब्जा
दुबई से लौटने के बाद अमृतपाल ने दीप सिद्धू के संगठन 'वारिस पंजाब दे' पर कब्जा कर लिया था। उसने ऐसे ही मिलते-जुलते नाम से एक संगठन पुरानी तारीख में जाकर रजिस्टर्ड कराया था। इसके बाद दीप सिद्धू के सोशल मीडिया पेज के जरिए उसका प्रचार किया। पूछताछ में गुरमीत बुक्कनवाला ने दावा किया था कि अमृतपाल ने संगठन बहुत बाद में बनाया गया था और मोगा में इसे रजिस्टर्ड करने के लिए कुछ संपर्कों का इस्तेमाल किया गया था।