New Delhi. जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के समर्थन में खाप पंचायत की एक बैठक शनिवार को बुलाई गई है। दरअसल कृषि कानूनों के खिलाफ सत्यपाल मलिक काफी मुखर रहे थे और हाल ही में उन्होंने पुलवामा अटैक को लेकर चूक के आरोप मोदी सरकार पर लगाए हैं। मलिक ने मेघालय का राज्यपाल रहते हुए कृषि कानूनों की खिलाफत की थी। पंजाब और हरियाणा के किसानों के एक तबके ने सत्यपाल की जमकर प्रशंसा की है।
मलिक की सुरक्षा बढ़ाने की मांग
दरअसल हरियाणा की कुछ खाप एकजुटता दिखाने शनिवार को दिल्ली में होने जा रही बैठक में समर्थन जुटाएंगी। खाप पंचायतों का मानना है कि सत्यपाल मलिक को इस वक्त समर्थन की जरूरत है क्योंकि उन्होंने सरकार के खिलाफ आवाज उठा दी है। कुछ खाप पंचायतें तो मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कराने और मलिक को सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग कर रही हैं।
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पंजाब के वरिष्ठ किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने भी ट्वीट करते हुए लिखा है कि सत्यपाल मलिक ने बहादुरी से पुलवामा का पर्दाफाश किया है। किसान उनकी ढाल हैं और वे लगातार उनके आगे खड़े रहेंगे। सभी किसान संगठन उनके साथ हैं। बता दें कि राजेवाल ने साल 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने संयुक्त समाज मोर्चा बनाया था। इसी तरह हरियाणा के जींद के किसान नेता आजाद सिंह पाहवा ने भी कहा कि सत्यपाल मलिक ने किसान आंदोलन के वक्त हमारी आवाज उठाई थी। अब किसानों को उनका साथ देना चाहिए।
बता दें कि जब कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन जारी था तब मेघालय के राज्यपाल रहते हुए सत्यपाल मलिक ने आंदोलनकारी किसानों का पक्ष लिया था। मलिक ने कहा था कि मैंने माननीय पीएम और गृहमंत्री को यह बताने की कोशिश की है कि वे गलत रास्ते पर हैं और किसानों को डराने, दबाने और दबाव बनाने की कोशिश न करें। 22 मार्च को कृषि कानून निरस्त होने पर खाप पंचायतों ने सत्यपाल मलिक को सम्मानित भी किया था।