New Delhi. ट्विटर पर अब नीली चिड़िया की जगह कुत्ते की फोटो नजर आ रही है। ट्विटर पर पहले दिखने वाली नीली चिड़िया अब उड़ गई है। इसकी जगह एक कुत्ते (Doge) ने ले ली है। ट्विटर के अपने वेबसाइट और मोबाइल ब्राउजर पर लोगो बदलने के बाद पॉपुलर क्रिप्टो डॉगकॉइन की कीमत सिर्फ आधे घंटे में 30 फीसदी उछल गई। डॉगकॉइन को मेमेकॉइन भी कहा जाता है। एलन मस्क ने एक फोटो ट्वीट की है। फोटो में एक कुत्ता कार की ड्राइविंग सीट पर बैठा हुआ था। वहीं ट्रैफिक पुलिस वाले के हाथ में लाइसेंस (आईडी कार्ड) था, जिस पर नीली चिड़िया की फोटो थी। कुत्ता कह रहा था कि यह पुरानी फोटो है।
एलन के ट्विटर पर इस बदलाव के बाद हर कोई जानना चाहता है कि आखिर उन्होंने ट्विटर का लोगो बदलने का फैसला क्यों किया? साथ ही ये कुत्ता कौन है , जिसे मस्क प्रमोट कर रहे है।
— Elon Musk (@elonmusk) April 3, 2023
यह कुत्ता अपने आप में है काफी चर्चित
ट्विटर लोगो में जिस कुत्ते की फोटो दिख रही है, उसका असली नाम काबोसु है। यह कुत्ता एक चर्चित मीम का हिस्सा रहा है। यह जापान के सकुरा में अपने मालिक अत्सुको सातो के साथ रहता है। अत्सुको सातो ने 2010 में अपने ब्लॉग पर काबोसु की फोटो अपलोड की थीं। उस वक्त ये डोज के नाम से मशहूर हो गया था। बाद में बिटकॉइन जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी पर मजाक उड़ाने के लिए इसकी फोटो का इस्तेमाल मीम्स में किया जाने लगा। इससे जुड़े मीम्स को 'डोज मीम्स' कहा जाता है। डॉजकॉइन ने बताया कि काबोसु एक रेस्क्यू डॉग है।
The dog behind the #Doge meme and #Dogecoin cryptocurrency is named Kabosu and she still lives with her owner Atsuko Sato @kabosumama in Sakura, Japan. Kabosu was a rescue dog and became a meme after Atsuko uploaded photos of Kabosu, including the one below, on her blog in 2010. pic.twitter.com/x5Kliw2DVf
— Dogecoin (@dogecoin) April 3, 2023
ये खबर भी पढ़िए...
मस्क ने ट्विटर की चिड़िया के लोगो को कुत्ते से क्यों बदला?
बता दें, एलन मस्क ने हाल ही में कोर्ट से अपने खिलाफ दायर हुए एक 258 अरब डॉलर के केस को रद्द करने की मांग की है। इसमें आरोप लगाया गया है कि एलन मस्क ने क्रिप्टोकरेंसी डोजकॉइन की कीमत जानबूझकर बढ़ाने के लिए इसके प्रचार के कई हथकंडे अपनाए। इसके बाद ही मस्क ने अपने मालिकाना हक वाले प्लेटफॉर्म के लोगो को डोज की फोटो से बदल दिया। हालांकि, ट्विटर के मोबाइल यूजर्स को फिलहाल यह बदलाव नहीं दिख रहे हैं।