भोपाल. जानेमाने अभिनेता और लेखक आशुतोष राणा ( Ashutosh Rana ) के लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha elections ) लड़ने की खबरें इन दिनों मध्य प्रदेश में सुर्खिंयों में बनी हुई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि वे जबलपुर से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। हाल के सालों में उनकी एमपी में बढ़ी सक्रियता के चलते इन खबरों को बल भी मिल रहा है। चुनावी मैदान में उतरने को लेकर द सूत्र से उन्होंने मन की बात कही। आइए, आपको बताते हैं कि आशुतोष राणा ने क्या कहा...
ऐसा कोई इरादा नहीं
लेखक और अभिनेता आशुतोष राणा ने द सूत्र को बताया कि लोकसभा चुनाव लड़ने का उनका कोई इरादा फिलहाल नहीं है। मध्य प्रदेश में शूटिंग कर रहे राणा का कहना है कि उन्हें भी मीडिया में आई खबरों के जरिए ही पता चला कि उनका नाम लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए चल रहा है। उनका कहना है कि चुनाव लड़ने के लिए राजनीतिक दलों ने उनसे संपर्क जरूर किया था, लेकिन विनम्रता के साथ उन्होंने फिलहाल राजनीतिक दलों से इस संबंध में माफी मांग ली है यानी चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।
इसलिए चलता है बार-बार नाम
आशुतोष राणा का नाम एमपी की राजनीति में सक्रिए होने और चुनावी मैदान में उतरने के लिए बार-बार क्यों चलता है, आइए आपको इसकी वजह बताते हैं।
1. आशुतोष राणा भोपाल से सांसद रहे रामेश्वर नीखरा के भतीजे हैं। ऐसे में यह बात बार - बार आती है कि राणा को चुनावी मैदान में उतारा जाए।
2. आशुतोष राणा मध्य प्रदेश के गाड़रवारा के रहने वाले हैं। मध्य प्रदेश का मूल निवासी होने के कारण आशुतोष राणा के फैन्स इस बात की बार-बार मांग करते हैं और चाहते भी हैं कि राणा को चुनावी मैदान में उतरना चाहिए।
3. आशुतोष राणा द्दाजी के नाम से प्रसिद्ध देवप्रभाकर शास्त्री के शिष्य हैं। स्वर्गीय शास्त्री जी की साधना स्थली जबलपुर क्षेत्र रही है। आशुतोष राणा उनके परम शिष्य हैं और उनके हर कार्यक्रम में शामिल होते रहे हैं। इस कारण राणा का क्षेत्र में जीवंत संपर्क बना हुआ है। इससे अक्सर कयास लगाए जाते हैं कि राणा चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।