कोलकाता में 31 साल की ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। कोर्ट ने घोषणा की है कि डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए एक नेशनल टास्क फोर्स (NTF) बनाया जाएगा। यह टास्क फोर्स सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कार्य करेगा और इसमें डॉक्टरों को भी शामिल किया जाएगा।
इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने की। सुप्रीम कोर्ट ने इस केस को स्वत: संज्ञान में लिया है।
पश्चिम बंगाल की स्वास्थ्य सेवाएं फिलहाल ठप
वर्तमान में डॉक्टरों द्वारा किए गए विरोध-प्रदर्शन के कारण पश्चिम बंगाल की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो गई हैं। डॉक्टरों के संगठन देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
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Aug 20, 2024 11:58 ISTजांच पर CJI के सख्त सवाल
CJI ने जांच की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पुलिस की ओर से क्राइम सीन को सुरक्षित रखने में चूक के बारे में प्रश्न उठाए। उन्होंने पूछा कि हजारों लोगों को अपराध स्थल पर क्यों आने दिया गया। उन्होंने यह भी पूछा कि प्रिंसिपल को दूसरे कॉलेज में क्यों स्थानांतरित किया गया।
CJI ने सीबीआई को आदेश दिया है कि वह गुरुवार तक इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करे। उन्होंने कहा कि जांच इस समय एक नाजुक दौर में है, इसलिए सीबीआई को डायरेक्ट रिपोर्ट कोर्ट में पेश करनी चाहिए। CJI ने यह भी सवाल किया कि प्रिंसिपल उस समय क्या कर रहे थे, एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की गई, शव माता-पिता को देर से क्यों सौंपा गया, और पुलिस की भूमिका क्या थी।
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Aug 20, 2024 11:55 ISTCJI बोले- CBI गुरुवार तक स्टेटस रिपोर्ट दे
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से स्टेटस रिपोर्ट तलब की है और इसे गुरुवार तक पेश करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने जानना चाहा है कि सीबीआई ने अब तक किस प्रकार के कदम उठाए हैं और जांच की प्रगति क्या है। इसके साथ ही, कोर्ट ने डॉक्टरों से हड़ताल समाप्त करने की अपील भी की है।
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Aug 20, 2024 11:52 ISTकोर्ट इसलिए नाराज
कोर्ट ने सोशल मीडिया पर पीड़िता की पहचान उजागर होने पर नाराजगी व्यक्त की है। कोर्ट ने चिंता जताई कि सोशल मीडिया पर पीड़िता के शव की तस्वीरें साझा की गई हैं और उसकी पहचान उजागर की गई है। Chief Justice of India (CJI) ने कहा कि हर जगह पीड़िता की पहचान को सार्वजनिक किया गया है, जो कि पूरी तरह से अनुचित है। कोर्ट ने यह भी सवाल उठाया कि प्रिंसिपल ने हत्या की शुरुआत में आत्महत्या क्यों बताया।
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Aug 20, 2024 11:52 IST15 सदस्यीय SIT का गठन
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 14 अगस्त की रात हुई तोड़फोड़ के मामले में कोलकाता पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दी है और जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। इस 15 सदस्यीय SIT का नेतृत्व कोलकाता पुलिस के जासूसी विभाग के उपद्रवी विरोधी अनुभाग के वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं, जबकि अन्य सभी सदस्य भी जासूसी विभाग के अधिकारी हैं।
CCTV से 1000 से अधिक लोगों की पहचान
सूत्रों के अनुसार, SIT ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी विश्लेषण, और सूचनाओं के आधार पर 1000 से अधिक लोगों की पहचान की है। टीम ने यह भी पता लगाया कि तोड़फोड़ के दौरान कितने मोबाइल फोन मौजूद थे। अब तक, कोलकाता पुलिस ने मामले में कथित संलिप्तता के लिए 37 लोगों को गिरफ्तार किया है।