BHOPAL. महादेव बेटिंग एप मामले में मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने दीक्षित कोठारी नाम के आरोपी को पकड़ा है। जानकारी के अनुसार दीक्षित कोठारी प्रमुख आरोपियों में से एक है। महादेव ऐप से संबंधित वेबसाइट का डोमेन दीक्षित कोठारी के ई-मेल आईडी का इस्तेमाल करके लिया गया था। दीक्षित के ई-मेल में कई सटोरी और पंटरों के नाम मिले हैं। एसआईटी को कुल 900 से ज्यादा बैंक खातों की जांच करनी है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया है कि दीक्षित कोठारी ने ईमेल का इस्तेमाल करके महादेव एप की वेबसाइट का डोमेन लिया गया था। इसके रखरखाव के लिए लाखों का भुगतान किया जा रहा था।
एसआईटी करेगा बैंक खातों की जांच
एसआईटी ने खुलासा किया है कि कोठारी के ईमेल एड्रेस का इस्तेमाल कर महादेव एप से जुड़े वेबसाइट का डोमेन लिया गया था। वह पिछले दो सालों से रखरखाव शुल्क के लिए 20 लाख रुपए का भुगतान कर रहा था। वहीं एसआईटी अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। इस मामले में एसआईटी 800 से ज्यादा बैंक खातों की जांच करेगी। ऐसे बैंक जिनमें सट्टेबाजी की रकम ट्रांसफर हुई है। महादेव ऐप के प्रमोटरों सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को कुछ दिनों पहले ही दुबई में अरेस्ट किया गया है।
भारत में बैन है महादेव ऐप
महादेव बुक ऐप सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है। महादेव ऑनलाइन बुक पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल ,समेत कई अन्य पर सट्टेबाजी जैसे लाइव गेम में सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म देता है। हालांकि इसे भारत में पूरी तरह से बैन कर दिया गया है।