NEW DELHI. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर ने अपने स्टूडेंट्स को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़े विषय पर होने वाली निबंध प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कहा है। साथ ही संस्थान के सभी छात्रों को इसको लेकर मेल भी भेजा गया है। आईआईटी खड़गपुर प्रबंधन ऐसा इसलिए करवा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी को खुश किया जा सकें। आईआईटी खड़गपुर के इस काम को कांग्रेस सहित शिक्षाविद् चापलूसी बता रहे हैं। इस प्रतियोगिता को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। मामले में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सवाल उठाए है।
इस विषय पर होगी निबंध प्रतियोगिता
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सेंटर फॉर नरेंद्र मोदी स्टडीज (CNMS) ने पीएम मोदी को लेकर निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया है। इसका विषय ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने कैसे भारत के वैश्विक संबंधों को मजबूत किया’ रखा गया है। अखिल भारतीय निबंध लेखन प्रतियोगिता 17 सितंबर 2024 को पीएम मोदी के 74वें जन्मदिन के मौके पर होना है।
निबंध लिखने डायरेक्टर ने किया प्रोत्साहित
अब आईआईटी खड़गपुर ने अपने छात्रों को इस इस निबंध लेखन प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कहा है। आईआईटी खड़गपुर के डायरेक्टर ने प्रोत्साहित करते हुए कहा है कि संस्थान के बच्चे पूरे जोश के साथ पीएम मोदी पर निबंध लिखें। 17 सितंबर को पीएम मोदी का जन्मदिन होता है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने उठाए सवाल
अब इस निबंध लेखन प्रतियोगिता को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इसे मूर्खतापूर्ण गतिविधि बताया है, साथ ही आईआईटी की प्लेसमेंट दर को लेकर एक्स पोस्ट में कहा कि चौंकाने वाली बात है कि प्रमुख संस्थान गिरते प्लेसमेंट के लिए चिंतित नहीं हैं, बल्कि मूर्खतापूर्ण गतिविधियों में लगे हुए हैं। साल 2021-22 में सभी 13 आईआईटी कैंपस की तुलना में, आईआईटी खड़गपुर में अनप्लेस्ड छात्रों की संख्या सबसे ज्यादा 39 प्रतिशत थी। उन्होनें आगे कहा कि पढ़ोंगे लिखोगे तो हो जाओगे खराब... मोदी-मोदी जपोगे तो बनोगे नवाब।
CNMS ने किया प्रतियोगिता में भाग लेने का अनुरोध
सेंटर फॉर नरेंद्र मोदी स्टडीज (CNMS) ने निबंध लेखन प्रतियोगिता में भाग लेने का अनुरोध किया है। CNMS द्वारा भेजे गए मेल में IIT खड़गपुर के छात्रों से अनुरोध है कि वो अंग्रेजी या मान्यता प्राप्त भारतीय भाषा में 750-800 शब्दों के निबंध लिखें।
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मौखिक निर्देश नहीं, सिर्फ मेल आया
संस्थान के छात्र के बताया कि इस प्रतियोगिता को लेकर मौखिक निर्देश नहीं दिया गया है। सिर्फ मेल भेजा है। यह भी कहा है कि इस तरह के मामलों में सिर्फ मेल से निर्देश दिए जाते हैं। संस्थान के इंटरनेशनल रिलेशंस के डीन ने इस मेल को छात्रों तक भेजा है। छात्र ने यह भी कहा कि कैंपस में इस तरह के मेल पर कोई ध्यान नहीं देता, ये यूजलेस होते हैं।
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