कोलकाता. पेगासस जासूसी मामले में अब नया मोड़ आया है। अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जासूसी मामले की जांच कराएंगी। अब तक पेगासस में कई पत्रकारों, बिजनेसमैन अनिल अंबानी, कई नेताओं का नाम आ चुका है। राहुल गांधी ने भी अपना नाम लिस्ट में होने की बात कही है। ममता ने इस मामले की जांच के लिए एक आयोग के गठन की घोषणा की है। ममता 27 जुलाई से दिल्ली के 5 दिन के दौरे पर जा रही हैं। इसमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सोनिया गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं से भी मिलेंगी।
केंद्र कुछ नहीं कर रहा, इसलिए मुझे करना पड़ा
ममता ने कोलकाता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें लगा था कि केंद्र फोन हैक किए जाने की जांच के लिए कोई जांच आयोग गठित करेगा या कोर्ट की निगरानी में जांच का आदेश दिया जाएगा, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया। इसलिए हमने इस मामले की पड़ताल के लिए जांच आयोग गठित करने का फैसला किया है। पेगासस जासूसी केस में पश्चिम बंगाल के लोगों के भी नाम सामने आए हैं। केंद्र सबकी जासूसी करने की कोशिश कर रहा है।
दो सदस्यीय आयोग जांच करेगा
ममता की अध्यक्षता में सोमवार यानी 26 जुलाई को मंत्रिमंडल की विशेष बैठक में पैनल गठित करने का फैसला किया गया। इसके सदस्य रिटायर्ड जज होंगे। आयोग की अध्यक्षता कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस ज्योतिर्मय भट्टाचार्य करेंगे। सुप्रीम कोर्ट में जज रहे जस्टिस एमबी लोकुर सदस्य रहेंगे।
जासूसी को लेकर राजनीतिक उथल-पुथल
पेगासस जासूसी मामले के सामने आने के बाद देश में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। 19 जुलाई से शुरू हुए संसद सत्र पर भी जासूसी कांड का असर है। एक हफ्ते से संसद की कार्यवाही ठप है।