IMPHAL. मणिपुर में 4 मई की घटना में जिन दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया। उनमें से एक महिला का पति आर्मी में सूबेदार के पद पर कार्यरत था। महिला का पति ने कहा कि मैंने करगिल युद्ध में देश को दुश्मनों से बचाया, लेकिन दंगाइयों से अपनी पत्नी की इज्जत नहीं बचा सका। उन्होंने बताया कि 'हजार लोगों की भीड़ ने गांव पर हमला किया था। मैं भीड़ से अपनी पत्नी और गांव वालों को नहीं बचा पाया। पुलिसवालों ने भी हमें सुरक्षा नहीं दी। भीड़ तीन घंटे तक दरिंदगी करती रही। मेरी पत्नी ने किसी तरह एक गांव में पनाह ली। वह कई दिनों तक सदमे में रही। घटना के ढाई महीने बाद भी उसकी आंखों में गुस्सा और बेबसी है।' वहीं इस वीडियो में दिख रही 2 महिला की मां ने बोला कि- अब हम कभी अपने गांव नहीं लौटेंगे। वहां मेरे छोटे बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई, मेरी बेटी को शर्मिंदा किया गया। अब मेरे लिए सब कुछ खत्म हो चुका है।
4 मई की है घटना
महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना 4 मई को मणिपुर के थोउबाल जिले में हुई थी। इस घटना का वीडियो 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में कुछ लोग दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके ले गए और उनके साथ अश्लील हरकतें कीं। पुलिस ने अब तक इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चारों आरोपियों को कोर्ट में 21 जुलाई को पेश किया गया। कोर्ट ने चारों आरोपियों को11 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है।