SHILLONG. मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा के तुरा में बने ऑफिस पर भीड़ ने सोमवार 24 जुलाई की शाम को हमला कर दिया। राहत भरी खबर ये है कि सीएम संगमा सुरक्षित हैं, लेकिन उनके पांच सुरक्षाकर्मी इस हमले में घायल हो गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने तुरा शहर में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है।
मीटिंग के समय हुआ हमला
सीएम के ऑफिस पर भीड़ ने जिस समय हमला किया, मुख्यमंत्री संगमा उस समय अचिक कॉन्शियस होलिस्टिकली इंटीग्रेटेड क्रिमा (ACHIK) और गारो हिल्स स्टेट मूवमेंट कमेटी (GHSMC) के प्रतिनिधियों के साथ बात कर रहे थे। ये संगठन पिछले 14 दिनों से तुरा को विंटर कैपिटल बनाने की मांग करने के लिए भूख हड़ताल पर बैठे थे। मुख्यमंत्री ने भूख हड़ताल पर बैठे लोगों के प्रतिनिधियों को सोमवार को बातचीत करने के लिए बुलाया था। सीएम और प्रतिनिधियों के बीच बातचीत करीब पूरी हो ही गई थी तभी अचानक भीड़ आई और पथराव करने लगी। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। गुस्साए भीड़ ने सीएम ऑफिस के गेट तोड़ने की भी कोशिश की।
5 दशक पुरानी मांग को लेकर हंगामा
भूख हड़ताल पर बैठे सिविल सोसाइटी ग्रुप का कहना है कि साल 1972 में मेघालय को पहली बार राज्य का दर्जा मिला था। तब तुरा को राजधानी बनाने का वादा किया गया था। लेकिन आज तक तुरा को राजधानी नहीं बनाया गया। आंदोलन करने वाले लोग तुरा में मिनी सचिवालय के लिए भी राजी हैं। उनका कहना है कि गारो हिल्स में रहने वाले सभी समुदायों के समस्याओं को हल करने के लिए और सबके विकास के लिए तुरा को विंटर कैपिटल बनाना ही एकमात्र तरीका है।