SRINAGAR. PDP चीफ और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहती हैं। अब फिर एक बार पुंछ जिले के अपने दौरे के दौरान नवग्रह मंदिर में पूजा-अर्चना करने पर चर्चाओं में आ गई हैं। उन्होंने पूजा के बाद मंदिर का चक्कर लगाया और शिवलिंग का जलाभिषेक किया। बीजेपी ने मुफ्ती की मंदिर यात्रा को 'नौटंकी' बताते हुए उन पर निशाना साधा है। मुफ्ती की मंदिर यात्रा केवल राजनीतिक नौटंकी है। वहीं कुछ मौलानाओं ने भी इसे इस्लाम के खिलाफ बताया।
#WATCH हम लोकतांत्रिक देश में रहते हैं। पूंछ में मंदिर बना है,वे चाहते थे कि मैं मंदिर के अंदर जाकर देखूं। वहां किसी ने श्रद्धा से मेरे हाथ में पानी का लोटा दिया कि आप इसपर डालिए, तो मैंने डाल दिया अगर मैंने पानी डाल दिया तो यह मेरा मामला है इस पर बहस नहीं होनी चाहिए: PDP प्रमुख pic.twitter.com/oEtIt1u9Hm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 16, 2023
जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता ने कहा उनका मंदिर जाना ड्रामा
जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता रनबीर सिंह पठानिया ने कहा कि 2008 में महबूबा मुफ्ती और उनकी पार्टी ने अमरनाथ धाम के लिए जमीन के अलॉटमेंट का विरोध किया था। श्रद्धालुओं के लिए इस जमीन पर निवास स्थान बनाए जाने थे। अब उनका मंदिर जाना केवल एक ड्रामा है। इससे उन्हें कुछ हासिल नहीं होगा। अगर राजनीतिक ड्रामों से कुछ हासिल होता तो जम्मू-कश्मीर आज समृद्धि का बाग बन गया होता।
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मौलाना कासमी ने को महबूबा ने दिया जवाब
महबूबा मुफ्ती के शिवलिंग पर जलाभिषेक करने को लेकर देवबंद उलेमा असद कासमी ने इसे इस्लाम की तौहीन बताया। उन्होंने कहा कि कहा था कि महबूबा मुफ्ती हों या फिर कोई भी मुसलमान... इस्लाम में इस तरह के काम की इजाजत नहीं है। साथ ही मौलाना ने यह भी कहा कि आजाद देश में सभी अपनी मर्जी के मालिक हैं। लेकिन मुफ्ती ने जो किया वह इस्लाम के खिलाफ है और बिल्कुल गलत है। जिसके जवाब में मुफ्ती ने कहा कि मुझे पता है कि मेरा धर्म क्या है?
हमारा मुल्क लोकतांत्रिक देश है: महबूबा मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने कहा, हम धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं। पूंछ में भव्य मंदिर बना है। स्थानीय लोगों ने इसे बनाने के लिए दिल खोल कर पैसे दिए हैं। लोग चाहते थे कि मैं मंदिर के अंदर जाकर देखूं। वहां किसी ने श्रद्धा से मेरे हाथ में पानी का लोटा दिया कि आप इस पर डालिए, तो मैंने डाल दिया। अगर मैंने पानी डाल दिया तो यह मेरा मामला है इस पर बहस नहीं होनी चाहिए। मजहब क्या इजाजत देता है, मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगी। यहां हिंदू-मुसलमान इकट्ठे रहते हैं। जियारतों पर मुसलमानों से ज्यादा हिंदू लोग चादर चढ़ाते हैं। हमारा मुल्क लोकतांत्रिक देश है।