NEW DELHI. पहलवानों और WFI के बीच चल रहे विवाद में नाबालिग पहलवान के चाचा ने साक्षी मलिक और विनेश फोगाट सहित दूसरे पहलवानों पर आरोप लगाए हैं। पहलवान के चाचा ने रोहतक में मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिसे सब नाबालिग समझ रहे हैं, वह गलत है। भाई को नौकरी का लालच देकर उसकी भतीजी को विक्टिम बनाया गया है।
नाबालिग के पिता ने आरोपों को नकारा
वहीं नाबालिग के पिता ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया। पिता का कहना है कि उनका उनके भाई से 7 सालों से पारिवारिक विवाद चल रहा है। वे अलग रहते हैं। भाई रंजिश निकालने के लिए ऐसी हरकतें करता रहता है।
SIT के पहुंचने पर मिली जानकारी
10 दिन पहले SIT उनके घर पहुंची तो उन्हें इसकी जानकारी मिली। टीम ने बताया कि उसकी भतीजी को नाबालिग दिखाकर विक्टिम बनाया गया है, जबकि उसकी भतीजी की उम्र 19 साल है। इसलिए पॉक्सो एक्ट नहीं बनता। SIT की पूछताछ के बाद उसकी मां का भी बुरा हाल है। इसके बाद उसने अपने भाई से बातचीत की और उसे समझाया।
भाई को नौकरी का झांसा देने की बात
उसके भाई ने करीब 4 महीने पहले इसका जिक्र किया था। जिसमें महाबीर अखाड़े के संचालक ने उसके भाई को नौकरी के नाम पर विक्टिम बनाकर फंसाया। उसके भाई ने बताया था कि उसकी नौकरी की व्यवस्था हो जाएगी। जिस पर उसने कहा कि नौकरी मेडल लाने पर मिलेगी, इस तरह नहीं। उसके बाद इस बात का कोई जिक्र नहीं हुआ।
चाचा बोला- उसने भतीजी की प्रैक्टिस कराई
चाचा का कहना है कि वो खुद अपनी भतीजी को अखाड़े में लेकर गया था। साल 2016 की जनवरी से उसकी भतीजी ने अखाड़े में प्रैक्टिस शुरू कर दी थी। 1 साल तक उसने प्रैक्टिस कराई थी, उसके बाद उसका भाई अलग रहने लगा और खुद बच्ची की प्रैक्टिस कराने लगा।
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लड़की के पिता 7 सालों से अलग रह रहा भाई
लड़की के पिता ने कहा कि उसके भाई ने जो आरोप लगाए हैं वे निराधार हैं। जबकि उन दोनों भाइयों का 7 से विवाद चल रहा है और 7 साल पहले दोनों अलग हो गए थे। उसके भाई पर फिरौती मांगने, मारपीट करने सहित अन्य आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। जब उसका भाई आपराधिक वारदातों में शामिल हुआ तो पुलिस घर तक पहुंच गई। जिसके कारण वो अपने भाई से अलग हो गया। उसके दावे निराधार हैं।