रूस के सुदूर पूर्व में 31 अगस्त को एक हेलीकॉप्टर MI-8T लापता हो गया था। लापता हेलीकॉप्टर का पता चल गया है। लापता हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है, जिसमें सवार 22 लोगों में से 17 के शव बरामद कर लिए गए हैं। रूस के अधिकारियों ने कहा कि हेलीकॉप्टर के मलबे का भी पता लगा लिया गया है। रूस के आपातकालीन मंत्रालय ने कहा कि 17 लोगों के शव पाए गए हैं और बचावकर्मी शेष लोगों की तलाश में जुटे हैं।
खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त
कामचटका एक पहाड़ी इलाका है। रूस की राजधानी मॉस्को से यह करीब 6000 किमी की दूरी पर है। पर्यटकों के बीच यह काफी लोकप्रिय है। पिछले कुछ सालों में यहां पहले भी हवाई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। अकेले 2021 में केवल दो महीनों में दो दुर्घटनाएं हुई थीं। खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह उस स्थान के निकट 900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जहां से इससे आखिरी बार संपर्क हुआ था। हेलीकॉप्टर पर सवार यात्रियों या चालक दल के बारे में अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
हेलिकॉप्टर की तलाश में एयरक्राफ्ट भेजा
भारतीय समय के अनुसार हेलीकॉप्टर को शनिवार 31 अगस्त सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर बेस पर लौटना था, लेकिन लौटकर नहीं आया। क्रू मेंबर्स से संपर्क किया लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद हेलीकॉप्टर को ढूंढने एक अन्य एयरक्राफ्ट को भेजा गया। हेलिकॉप्टर जिस इलाके में लापता हुआ था, वहां बूंदाबांदी हो रही थी, साथ ही कोहरा भी छाया हुआ था। इसके बाद बचावकर्मी हेलीकॉप्टर की तलाश में जुट गए थे।
मॉस्को से 6000 किमी दूर हादसा
कामचटका मॉस्को से 6,000 किमी पूर्व और अलास्का से करीब 2,000 किमी पश्चिम में स्थित है। इलाका अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है, इसलिए यहां काफी टूरिस्ट जाते हैं। यहां लगभग 160 ज्वालामुखी हैं और उनमें से 29 अभी भी सक्रिय हैं।
हमेशा मौसम खराब रहता है
रूस के इस सुदूर पूर्वी क्षेत्र में विमान दुर्घटनाएं होना आम बात है। यह एक वनाच्छादित क्षेत्र और बहुत कम आबादी वाला इलाका है। यहां हमेशा मौसम खराब रहता है। रेस्क्यू अभियान में मदद के लिए वचकाजात और ज्वालामुखी के आसपास की बस्तियों में बचाव दल तैनात कर दिए गए हैं। एक समिति भी बनाई गई है, जो हवाई परिवहन से संबंधित धारा 263 के तहत घटना की जांच कर रही है।
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