सऊदी के इस्लामिक नेता मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-ईसा ने भारत के मुसलमानों को लेकर कही बड़ी बात, जानिए फिर अजीत डोभाल क्या बोले

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Rahul Garhwal
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सऊदी के इस्लामिक नेता मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-ईसा ने भारत के मुसलमानों को लेकर कही बड़ी बात, जानिए फिर अजीत डोभाल क्या बोले

NEW DELHI. भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने कहा कि हिंदुस्तान में कोई धर्म खतरे में नहीं है। भारत में सभी को बराबर का हक है। भारत उन संस्कृतियों और धर्मों का मिश्रण रहा है जो सदियों से सद्भाव से रह रही हैं। दिल्ली के इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में एक कार्यक्रम में अजीत डोभाल ने संबोधन के दौरान ये बात कही। इस कार्यक्रम में सऊदी अरब के पूर्व न्याय मंत्री और मक्का में मुसलमानों के प्रभावशाली संगठन मुस्लिम वर्ल्ड लीग (MWL) के महासचिव मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-ईसा भी मौजूद थे।



'देश में इस्लाम महत्वपूर्ण गौरव का स्थान रखता है'



अजीत डोभाल ने कहा कि देश में धार्मिक समूहों के बीच इस्लाम महत्वपूर्ण गौरव का स्थान रखता है। भारत सभी मसलों के हल के लिए सहनशीलता, बातचीत और सहयोग को बढ़ावा देता है। भारत दुनिया का सबसे बड़ी डेमोक्रेसी, मदर ऑफ डेमोक्रेसी होने के साथ डायवर्सिटी की भूमि है।



अजीत डोभाल ने की भारत और सऊदी के रिश्ते की सराहना



अजीत डोभाल ने भारत और सऊदी अरब के बीच संबंधों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये संबंध साझा सांस्कृतिक विरासत, सामान्य मूल्यों और आर्थिक संबंधों के चलते बने हुए हैं। अजीत डोभाल ने मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख डॉ. मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-ईसा को उदारवादी इस्लाम की ग्लोबल आवाज और विद्वान बताया।



मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-ईसा ने कही थी ये बड़ी बात



इस्लामिक कल्चरल सेंटर में मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-ईसा ने कहा कि हम जानते हैं कि मुस्लिम भारत की विविधता का एक अहम हिस्सा हैं। भारत के मुस्लिमों को अपने भारतीय होने पर गर्व है। धर्म सहयोग का एक जरिया हो सकता है। हम समझ विकसित करने के लिए हर किसी से बात करने को तैयार हैं। भारत ने मानवता के लिए बहुत कुछ किया है। भारत सह-अस्तित्व का दुनिया में सबसे बेहतरीन उदाहरण है।



'संस्कृतियों के बीच संवाद स्थापित करना समय की मांग'



मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव अल-ईसा ने भारत के गौरवशाली इतिहास की तारीफ की। उन्होंने कहा कि हम भारत के इतिहास और विविधता की तारीफ करते हैं। संस्कृतियों के बीच संवाद स्थापित करना समय की मांग है। विविधता संस्कृतियों के बीच बेहतर रिश्ते कायम करती है। MWL दुनिया की विभिन्न संस्कृतियों से जुड़ा हुआ है। विविधता में एकता एक बेहतर रास्ता है। हिंदू समुदाय में मेरे बहुत से दोस्त हैं।



'इस्लाम दूसरों को माफ करना भी सिखाता है'



MWL के महासचिव अल-ईसा ने कहा कि मुस्लिम वर्ल्ड लीग सबके साथ बातचीत के लिए तैयार रहता है। इस्लाम में बस सहिष्णुता की बातें नहीं बताई गई हैं बल्कि इस्लाम दूसरों को माफ करना भी सिखाता है। भारत पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा है क्योंकि ये हर किसी से बातचीत के लिए तैयार रहता है। भारत के साथ हमारी साझेदारी पूरी दुनिया के लिए एक संदेश है।



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इस्लामिक नेता ने की भारत के संविधान की तारीफ



MWL के महासचिव ने भारत के संविधान की तारीफ करते हुए कहा कि सहिष्णुता हमारे जीवन का अंग होना चाहिए। भारत एक हिंदू बहुल राष्ट्र है बावजूद इसके इसका संविधान धर्म निरपेक्ष है। हम धर्मों के बीच में समझ को मजबूत करना चाहते हैं। विश्व में नकारात्मक विचार फैलाए जा रहे हैं और हमें एक समान मूल्यों को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए।


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