MUMBAI. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत 5 फरवरी, रविवार को मुंबई में संत रविदास जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि जाति भगवान ने नहीं बनाई है, जाति पंडितों ने बनाई, जो कि गलत है। भगवान के लिए हम सभी एक हैं। इस अवसर पर देशभर में रामचरितमानस की एक चौपाई को लेकर छिड़े विवाद पर भी भागवत बोले। उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था- तुलसीदास की रामचरितमानस में कुछ अंश ऐसे हैं, जिन पर हमें आपत्ति है। इसमें वह शूद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट दे रहे हैं।
When we earn livelihood we've responsibility towards society. When every work is for society then how can any work be big or small or different?God has always said that everyone is equal for him & there's no caste, sect for him, it was made by priests which's wrong: Mohan Bhagwat pic.twitter.com/XqpW0A6j7b
— ANI (@ANI) February 5, 2023
कोई काम ऊंचा, नीचा या कोई अलग कैसे हो गया?
आरएसएस चीफ ने कहा, 'देश में हिन्दू समाज के नष्ट होने का भय दिख रहा है क्या? यह बात आपको कोई ब्राह्मण नहीं बता सकता, आपको समझना होगा। हमारी आजीविका का मतलब समाज के प्रति भी जिम्मेदारी होती है। हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा, नीचा, या कोई अलग कैसे हो गया? सालों पहले देश में आक्रमण हुए, फिर बाहर से आए लोगों ने हमें बांटकर फायदा उठाया। नहीं तो हमारी ओर नजर उठाकर देखने की भी किसी में हिम्मत नहीं थी। इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं। जब समाज में अपनापन खत्म होता है तो स्वार्थ अपने आप बड़ा हो जाता है।
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किसी भी स्थिति में अपना धर्म मत छोड़िए- भागवत
भागवत ने कहा कि किसी भी स्थिति में अपना धर्म ना छोड़िए। संत रविदास समेत सभी बुद्धजीवियों के कहने का तरीका अलग था, लेकिन उन्होंने यही बताया कि हमेशा धर्म से जुड़े रहो। हिन्दू और मुसलमान सभी एक ही हैं। उन्होंने कहा कि काशी का मंदिर टूटने के बाद शिवाजी महाराज ने औरंगजेब को पत्र लिखा था। शिवाजी ने कहा कि हिन्दू हो या मुस्लिम, हम सभी ईश्वर की संतान हैं। आपके राज में एक के ऊपर अत्याचार हो रहा है, वह गलत है। सबका सम्मान करना आपका कर्तव्य है, अगर यह नहीं रुका तो तलवार से इसका जवाब दूंगा।