चक्रवात के कारण केरल में देरी से पहुंचेगा मॉनसून, छत्तीसगढ़ में झुलसाने वाली गर्मी, एमपी में 10 जून को बारिश के आसार

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Neha Thakur
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चक्रवात के कारण केरल में देरी से पहुंचेगा मॉनसून, छत्तीसगढ़ में झुलसाने वाली गर्मी, एमपी में 10 जून को बारिश के आसार

BHOPAL. मध्यप्रदेश में इन दिनों मौसम के अलग-अलग तेवर देखने को मिल रहे हैं। प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में कहीं तेज बारिश तो कहीं, गर्मी ने बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अरब सागर में चक्रवात बनने की वजह से प्रदेश में नमी आ रही, लेकिन उसका असर कम है। अब तक केरल में भी माॅनसून की एंट्री नहीं हुई है ऐसे में प्रदेश में भी माॅनसून देरी से आएगा। 8 जून को भी प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश तो, अन्य इलाकों में तेज गर्मी रहने वाली है। भोपाल में गुरुवार को तेज धूप निकलेगी। कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं 9 जून को गर्मी का असर रहेगा। वहीं, 10 जून को बारिश होने के आसार हैं। 11 जून को भी मौसम का मिला-जुला असर देखने को मिल सकता है।





इन जिलों में बढ़ा गर्मी का असर





अरब सागर में चक्रवात के कारण प्रदेश के दमोह, खजुराहो, छतरपुर समेत कई इलाकों में गर्मी का असर बढ़ा है। वहीं, यहीं प्रदेश में मानसून को लेट करने का कारण भी है। अभी केरल में ही मानसून ने एंट्री नहीं की है। 8 जून को भी कहीं हल्की बारिश होगी, तो कहीं तेज गर्मी रहेगी। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून के केरल में एंट्री 4 जून को होना थी, अब वहीं 4 दिन की देरी यानी 8 जून या इसके बाद मानसून आएगा। ऐसे में प्रदेश में मानसून की एंट्री जून के आखिरी सप्ताह में ही होगी। भोपाल, जबलपुर-ग्वालियर में भी मानसून देरी से ही आने की संभावना है।





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छत्तीसगढ़ में झुलसाने वाली गर्मी





छत्तीसगढ़ में लोग इन दिनों प्रदेश के बढ़ते तापमान से परेशान हैं। यहां के रहवासी गर्मी के साथ लू के थपेड़ों से बेहाल हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों तक राहत की कोई उम्मीद भी नहीं है। गर्मी का सबसे ज्यादा असर प्रदेश के मध्य क्षेत्र में देखा जा रहा है। जांजगीर जिले में बुधवार को 45.3 डिग्री टेम्परेचर रिकॉर्ड किया गया। रायगढ़, बलौदाबाजार, रायपुर, महासमुंद में भी गर्मी के तीखे तेवर देखने को मिल रहे हैं। वहीं, केरल में मानसून की एंट्री के बाद छत्तीसगढ़ में भी बारिश का इंतजार भी एक हफ्ते के अंदर खत्म हो सकता है।





मानसून के आगे बढ़ने की परिस्थितियां अनुकूल







  • दक्षिण अरब सागर के ऊपर पछुआ हवाओं की निरंतरता बनी हुई है।



  • मध्य क्षोभमंडलीय स्तरों तक पश्चिमी हवाओं की गहराई में वृद्धि हुई है।


  • दक्षिण पूर्व अरब सागर, लक्षद्वीप और केरल के तटों को कवर करने वाले क्षेत्रों में बादलों की मात्रा और मोटाई में वृद्धि हुई है।






  • अभी प्रदेश का ऐसा है मौसम





    बुधवार 7 जून को इंदौर, खजुराहो, मंडला और सिवनी में बारिश हुई। वहीं, तेज गर्मी के बाद शाम को उज्जैन में भी बादल बरस गए। दूसरी ओर दमोह में पारा सबसे ज्यादा 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मलाजखंड में 42.6 डिग्री रहा। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, खजुराहो समेत प्रदेश के 20 से ज्यादा शहरों में पारा 40 या इससे ज्यादा ही रहा।





    गुरुवार को रहेगा ऐसा मौसम





    मप्र में गुरुवार का मौसम भोपाल, चंबल, ग्वालियर, उज्जैन, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में कहीं-कहीं तो धार, बैतूल, खंडवा, खरगोन, नर्मदापुरम, बुरहानपुर, डिंडोरी, नरसिंहपुर, सिवनी, कटनी, छिंदवाड़ा और जबलपुर में मौसम के बदलने के आसार जताए हैं। कुछ जगहों पर हवा की रफ्तार 40Km प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है। कुछ जिलों में गर्मी का असर भी रहेगा। खासकर खजुराहो, मलाजखंड, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर आदि शहरों में।



     



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