रायपुर. 10 सितंबर को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) के पिता नंदकुमार बघेल को अदालत से राहत मिली है। शुक्रवार को कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका मंजूर कर ली है। बघेल (Nand kumar Baghel) को 10 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत दी गई है। रायपुर (Raipur) जिला न्यायालय के वकील गजेंद्र सोनकर ने बताया कि नंद कुमार बघेल को आज ही प्रशासनिक कार्रवाई के बाद जेल से छोड़ दिया जाएगा। नंदकुमार बघेल पिछले तीन दिन से जेल में बंद थे।
ब्राहाण हमें अछूत मानते हैं- नंद कुमार बघेल
नंद कुमार बघेल 30 अगस्त को लखनऊ (Lucknow) के दौरे पर गए हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि ब्राह्मण विदेशी हैं। जिस तरह अंग्रेज यहां से गए। वो भी यहां से जाएंगे। ब्राह्मण सुधर जाएं, या तो जाने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों से इसलिए नाराजगी है कि वह विदेशी हैं और हमें अछूत मानते हैं। हमारे सारे अधिकार छीन रहे हैं।
भूपेश का बयान- कानून से ऊपर कोई नहीं
पिता की गिरफ्तारी से पहले सीएम भूपेश (cm bhupesh) ने कहा था कि पिता की ओर से की गई टिप्पणी से सामाजिक सद्भाव (Communal Harmony) को ठेस पहुंची है। ऐसी टिप्पणी करने का अधिकार किसी को नहीं है। चाहे वो मुख्यमंत्री के पिता ही क्यों न हों। उन्होंने कहा कि पिता भी कानून के ऊपर नहीं है।
महिषासुर को बताया था महान योद्धा
नंद कुमार बघेल आपत्तिजनक बयानों से राज्य में लगातार विवादों में घिरते रहे हैं। उनका पहला चर्चित विवाद 2001 में उनकी पुस्तक ‘ब्राह्मण कुमार रावण को मत मारो’ था। इसमें वो महिषासुर, रावण (Ravan) को महान योद्धा भी बता चुके हैं। बघेल की इस पुस्तक में मनुस्मृति और वाल्मिकी रामायण, तुलसीदास के रामचरित मानस पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं।