नासिक के त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग में क्यों किया गया शुद्धिकरण, राउत बोले- चादर चढ़ाना परंपरा का हिस्सा, अब जांच करेगी एसआईटी

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Sunil Shukla
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नासिक के त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग में क्यों किया गया शुद्धिकरण, राउत बोले- चादर चढ़ाना परंपरा का हिस्सा, अब जांच करेगी एसआईटी

Nashik. द्वादश ज्योतिर्लिंगों में शामिल नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर का आज,17 मई को शुद्धिकरण किया गया। मंदिर समिति का आरोप है कि 13 मई की रात मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने त्र्यंबकेश्वर मंदिर में जबरिया घुसकर शिवलिंग पर हरे रंग की चादर चढ़ाने का प्रयास किया था। हालांकि, सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने समय रहते युवकों को मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया। महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) के गठन का आदेश दिया है। इस घटना पर बवाल मचने के बाद हिंदू संगठनों ने मंदिर का शुद्धिकरण कर महाआरती कराने का ऐलान किया था। 



सुरक्षाकर्मियों ने युवकों को मंदिर में घुसने से रोका 



महाराष्ट्र के नासिक में स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में 13 मई को कुछ असामाजिक तत्वों ने शिवलिंग पर चादर चढ़ाने की कोशिश की थी। हालांकि, सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने समय रहते युवकों को मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया था। मंदिर प्रशासन की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई। पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत में 6 से 7 की संख्या में आए युवकों पर मंदिर के अंदर घुसने की कोशिश और शिवलिंग पर हरी चादर चढ़ाने करने का आरोप लगाया गया। इस घटना के विरोध में हिंदू महासंघ ने साजिश के तहत मंदिर को अशुद्ध करने का आरोप लगाया था। महासंघ ने बुधवार, 17 मई को सुबह घटना के विरोध में प्रदर्शन करने के बाद मंदिर का शुद्धिकरण किया।



संजय राउत बोले- मंदिर में चादर चढ़ाने की परंपरा 



मंदिर में हुई घटना के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर में जो हुआ है, वो राजनीति है और सोची समझी रणनीति का हिस्सा। उन्होंने कहा कि मंदिर में जो हुआ है, वो एक परंपरा है, 100 सालों से ऐसा होता आ रहा है। यहां चादर चढ़ाने की एक परंपरा है। वहीं, दूसरी ओर मुस्लिम लोगों के घुसने के बाद हिंदू संगठन मंदिर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं और वहां का शुद्धिकरण कर रहे हैं।



घटना जांच के लिए SIT का गठन



महाराष्ट्र सरकार ने त्र्यंबकेश्वर मंदिर में हुई घटना की जांच के लिए  SIT के गठन का आदेश दिया है। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि जिस SIT का गठन इस मामले की जांच के लिए किया गया है, वो न सिर्फ त्र्यंबकेश्वर मंदिर में हुई ताजा घटना की जांच करेगी, बल्कि इस तरह की पुरानी घटनाओं की भी जांच करेगी। फडणवीस ने ट्वीट करते हुए लिखा कि जो कोई भी महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था को खतरे में डालेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि यह सब जानबूझ कर किया गया है और इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मामले में पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पिछले साल 2022 में भी एक खास समुदाय के लोगों ने इसी मंदिर में घुसने की कोशिश की थी। इसे लेकर भी मंदिर प्रशासन की ओर से FIR दर्ज कराई गई थी। अब SIT दोनों मामलों की जांच करेगी।



जांच में जुटी पुलिस



इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। मंदिर में चादर लेकर घुसने का प्रयास करने वाले युवकों का क्या मकसद था और यह किस साजिश के तहत मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। इसका खुसाला जांच के बाद ही हो पाएगा। मंदिर में किसी तरह की अप्रिय घटना न हो इसको लेकर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बता दें कि त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर में सिर्फ हिंदुओं को प्रवेश करने की अनुमति है।


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