MUMBAI. महाराष्ट्र की राजनीति का पारा इस वक्त गर्म चल रहा है। शिवसेना के बाद अब NCP भी 2 गुटों में बंट गई है। एक गुट अजित पवार और दूसरा शरद पवार। दोनों ने अपनी ताकत दिखाने के लिए कल बैठक बुलाई है। अजित पवार ने कहा है कि बैठक में सभी सांसद, विधायक और नेता पहुंचें। शरद पवार भी कल ही बैठक करेंगे।
शरद ने बागियों को पार्टी से निकाला
NCP के अजित पवार और कई विधायकों ने शिवसेना में शामिल होकर मंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद अजित पवार और बाकी बागियों को शरद पवार ने पार्टी से निकाल दिया। अजित पवार ने अपनी नई पार्टी बना ली। अजित पवार ने मुंबई में मंत्रालय के सामने अपने नए पार्टी दफ्तर का ऐलान किया और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कैबिनेट मीटिंग में भी शामिल हुए।
NCP गुटों के अलावा शिवसेना और कांग्रेस ने भी बुलाई बैठक
शरद पवार ने मंगलवार को वाईबी चव्हाण सेंटर यानी NCP दफ्तर में पार्टी की मीटिंग की। इसमें कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले मौजूद रहीं। बुधवार को भी यहीं मीटिंग बुलाई गई है। NCP के दोनों गुटों के अलावा शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और कांग्रेस भी बैठक करेंगी।
अजित पवार के दफ्तर के उद्घाटन पर हंगामा
अजित पवार के नए पार्टी दफ्तर के उद्घाटन से पहले हंगामा हुआ था। अजित पवार समर्थकों ने आरोप लगाया कि PWD विभाग ने उन्हें दफ्तर की चाबी नहीं दी थी, इसलिए गेट को धक्का मारकर खोलना पड़ा। हालांकि इसके बाद अजित वहां पहुंचे और पार्टी दफ्तर का उद्घाटन किया।
प्रफुल्ल पटेल ने का दावा
प्रफुल्ल पटेल ने मंगलवार को दावा किया कि 2022 में 53 में से 51 NCP विधायकों ने शरद पवार से कहा था कि MVA सरकार गिरने के बाद बीजेपी के साथ हाथ मिलाने की संभावना तलाशी जानी चाहिए। जयंत पाटिल भी इनमें से एक थे, पर शरद पवार ने सभी को ऐसा करने से रोक दिया।
पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने क्या कहा ?
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि NCP के 53 विधायक थे, अगर 37 से ज्यादा विधायक अजित पवार के साथ जाते हैं तो दल-बदल कानून से बच सकते हैं। अगर 35 से कम रहे तो निलंबन तय है। जो शिवसेना के समय हुआ था, वही होगा। तस्वीर कल तक साफ होगी।
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शरद पवार ने बीजेपी को साधा निशाना
सातारा में सोमवार को हुई रैली में शरद पवार ने कहा था कि बीजेपी देशभर में चुनी हुई सरकारों को गिरा रही है। हमारे कुछ लोग बीजेपी का शिकार हो गए। महाराष्ट्र में भी ऐसा ही हुआ है। महाराष्ट्र की जनता को एकजुट होकर अपनी ताकत दिखानी होगी।