नेपाल में आई भारी बारिश और भूस्खलन ( nepal floods heavy rain ) के कारण बाढ़ जैसी भयानक स्थिति पैदा हो गई है। इससे सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लापता हैं। इस आपदा ने कई इलाकों में तबाही मचा दी है। सड़कें बह गई हैं, वाहन फंसे हुए हैं और कई पर्यटक असहाय हैं। इस मुश्किल घड़ी में मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले के पांच से सात तीर्थयात्री भी बाढ़ के चलते नेपाल में फंसे हुए हैं।
पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए निकले थे तीर्थयात्री
जानकारी के मुताबिक डिंडौरी के कठौतिया वसरसी गांव से पांच से सात लोग 24 सितंबर को अपने निजी वाहन से नेपाल के काठमांडू में स्थित प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन के लिए निकले थे। 26 सितंबर को काठमांडू के पास हुई मूसलाधार बारिश के बाद नदियां उफान पर आ गईं और भूस्खलन के कारण रास्ते अवरुद्ध हो गए। इसके चलते सैकड़ों वाहन और पर्यटक वहीं फंस गए, जिनमें ये तीर्थयात्री भी शामिल हैं।
नेपाल आर्मी का रेस्क्यू ऑपरेशन
नेपाल की सेना ने जानकारी मिलने पर तुरंत राहत कार्य शुरू किया। हेलीकॉप्टर के जरिए इन तीर्थयात्रियों को वहां से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी गई। इसके बाद इन्हें भारतीय दूतावास के पास सुरक्षित पहुंचाया गया। हालांकि, जानकारी के अनुसार अब तक उनके भारत लौटने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है, और वाहन भी भूस्खलन के कारण बाढ़ग्रस्त इलाके में फंसा हुआ है।
प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाइन फोन नंबर
इस बीच, जबलपुर प्रशासन ने सूचना जारी करते हुए बताया कि जबलपुर जिले के पांच लोगों के नेपाल में फंसे होने की अपुष्ट जानकारी मिली है। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, ताकि जरूरतमंद परिवार मदद के लिए संपर्क कर सकें।
- जिला कंट्रोल रूम, जबलपुर 0761-2623925
- नोडल अधिकारी, अनुराग सिंह (संयुक्त कलेक्टर) 97138-13496
प्रशासन के मुताबिक, भारत सरकार और स्थानीय प्रशासन नेपाल में फंसे सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय हैं।
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