भारत को डायबिटीज कैपिटल कहा जाता है ऐसा इसलिए क्योंकि यहां दूसरे देशों के मुकाबले सबसे ज्यादा मधुमेह (Diabetes) के मरीज पाए जाते हैं। भारत में डायबिटीज बड़ी स्वास्थ्य समस्या है। एक नए अध्ययन में सामने आया है है कि इसके पीछे केक, चिप्स, कुकीज, क्रैकर्स, तले हुआ खाना, मेयोनेज, मार्जरीन और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स जैसी चीजें हैं। ये खाद्य सामग्री एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स (AGEs) से भरपूर होती हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फूड साइंसेज एंड न्यूट्रिशन में इस अध्ययन के नतीजे प्रकाशित किए गए।
क्या कहती है स्टडी
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन के एक अध्ययन से पता चला है कि भारत में 101 मिलियन लोग डायबिटीज का शिकार हैं। 136 मिलियन लोग प्री-डायबिटीज की श्रेणी में हैं। कहा जाए तो उन्हें जल्द ही डायबिटीज होने का खतरा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (World Health Organization) ने भारत में डायबिटीज से पीड़ितों की संख्या 77 मिलियन बताई थी।
AGEs मधुमेह होने की मुख्य वजह
हालिया स्टडी के मुताबिक भारत के एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स के चलते भारत तेजी से दुनिया का 'डायबिटीज कैपिटल' बनते जा रहा है। इसके पीछे एजीई से भरपूर भोजन मुख्य कारण हैं। ICMR और MDRF सहित कई संस्थानों के शोधकर्ताओं ने यह पहला क्लिनिकल ट्रायल किया था।
क्या होता है? AGEs
AGEs डायबिटीज होने की मुख्य वजह है। इसमें बेहद जहरीले कंपाउंड्स होते हैं जो प्रोटीन और लिपिड के ग्लाइकेटिड होने से बनते है। या फिर एल्डोज शुगर के मोडिफाइड होने से बनते हैं जो कि एल्डिहाइड समूह के कार्बोहाइड्रेट होते हैं। अध्ययन में पाया गया कि AGEs युक्त खाद्य सामग्री खाने से शरीर में सूजन आती है। जो डायबिटीज जन्म लेती है।
AGEs युक्त आहार है नुकसानदायक
इस अध्ययन के मुताबिक एजीई युक्त आहार खतरनाक है। ऐसे कई खाद्य पदार्थ जिनका सेवन रोजाना किया जाता है। इन्हें कई तरीकों से पकाया जाता है और इन्हें पकाने से AGEs लेवल बढ़ जाता है। AGEs से भरपूर खाद्य पदार्थों की लिस्ट में शामिल हैं।
- तले हुए खाद्य पदार्थ जैसे चिप्स, फ्राइड चिकन, समोसे, पकोड़े
- बेक्ड फूड्स जैसे- कुकीज, केक, क्रैकर्स
- प्रोसेस्ड फूड्स जैसे रेडीमेड भोजन, मार्जरीन, मेयोनेज़
- ज्यादा तापमान पर पकाए गए मांस जैसे बेकन, बीफ और ग्रिल्ड या भुने हुए मीट
- रोस्टेड फ्रूट्स जैसे ड्राई फ्रूट्स
यह भोजन फायदेमंद
अध्ययन के मुताबिक फल, सब्जियां, हरी पत्तेदार सब्जी, साबुत अनाज और कम वसा युक्त खाद्य पदार्थ खाने से शरीर को कम AGEs युक्त आहार मिलता है जिससे डायबिटीज की बीमारी का खतरा कम रहता है। इसके साथ ही अगर आप खाने को सिर्फ उबालते हैं और भूनते या फ्राई न हीं करते तब भी आप खाने में एजीई को कम रख सकते हैं।
क्या है डायबिटीज?
डायबिटीज के कारण शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। यह तब होती है जब शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन हार्मोन नहीं बना पाता या इंसुलिन का अच्छी तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाता। इंसुलिन पैंक्रियाज द्वारा बनाया गया एक हार्मोन है जो कार्बोहाइड्रेट के टूटने से बने ग्लूकोज को ऊर्जा के लिए उपयोग करने में मदद करता है।
डायबिटीज के लक्षण
बार-बार पेशाब आना
नींद पूरी होने के बाद भी थकान महसूस होना
बार-बार भूख लगना, वेट कम होना
आंखों से कम दिखाई देना
घाव का जल्दी नहीं भरना
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