NEW DELHI. भारी बारिश के कारण दिल्ली पानी-पानी हो गई है। शहर के बड़े हिस्से जलमग्न हो गए। नए संसद भवन पर भी बारिश का असर देखने को देखने को मिला। नई संसद के अंदर छत से पानी टपकता दिखाई दिया। अब छत से गिरते पानी को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है। नई संसद में जलजमाव को लेकर कांग्रेस-सपा ने सवाल उठाए है। कांग्रेस ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
कांग्रेस सांसद ने शेयर किया वीडियो
देश की नई संसद में बारिश का पानी आने को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। तमिलनाडु की विरुधुनगर लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने सोशल मीडिया पर संसद का एक वीडियो पोस्ट किया है जो खूब वायरल है। इस वीडियो में नई संसद भवन के अंदर पानी टपकते हुए दिख रहा है और गिरते हुए पानी को फैलने से रोकने के लिए फर्श पर बकेट रखी गई है।
Paper leakage outside,
— Manickam Tagore .B🇮🇳மாணிக்கம் தாகூர்.ப (@manickamtagore) August 1, 2024
water leakage inside. The recent water leakage in the Parliament lobby used by the President highlights urgent weather resilience issues in the new building, just a year after completion.
Moving Adjournment motion on this issue in Loksabha. #Parliament pic.twitter.com/kNFJ9Ld21d
बाहर पेपर लीकेज, अंदर वॉटर लीकेज
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने पोस्ट में लिखा कि बाहर पेपर लीकेज, अंदर वॉटर लीकेज, राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली संसद लॉबी में हाल ही में पानी का रिसाव, नए भवन में मौसम संबंधी समस्याओं को उजागर करता है, जो की निर्माण पूरा होने के सिर्फ एक साल बाद ही सामने आई है, उन्होंने इस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया है। इस प्रस्ताव में उन्होंने संसद भवन का पूरी तरह से निरीक्षण करने के लिए सभी पार्टी सांसदों को शामिल करते हुए एक विशेष समिति बनाने की बात कही हैं।
इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी, जहाँ पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे। क्यों न फिर से पुरानी संसद चलें, कम-से-कम तब तक के लिए, जब तक अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 1, 2024
जनता पूछ रही है कि भाजपा सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना, उनकी… pic.twitter.com/PpJ36k6RJm
नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी...
नए संसद भवन की छत से टपकते पानी को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी, जहां पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे, क्यों न फिर से पुरानी संसद चलें, कम-से-कम तब तक के लिए, जब तक अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि जनता पूछ रही है कि बीजेपी सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना, उनकी सोच-समझकर बनाई गई डिजाइन का हिस्सा होता है या फिर...
अब वीडियो पोस्ट करने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स इस घटना पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं। एक यूजर्स ने लिखा कि अमृत काल में 1200 करोड़ के टैक्स से बनी संसद में विकास टीप टीप गिर रहा है और 120 रु की बाल्टी में जमा हो रहा है।