New Delhi. ट्रेन में लंबी वेटिंग लिस्ट और बर्थ कन्फर्म कराने रेल यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ता है। ऐसे में रेलवे अपने यात्रियों के लिए एक नई सुविधा लाने जा रहा है। जिसके तहत ट्रेन का चार्ट बन जाने के बाद यह आसानी से पता किया जा सकेगा कि उस श्रेणी की बोगी में कितनी सीटें खाली हैं। रेलवे खाली सीटों की सूची यात्रियों को मोबाइल पर उपलब्ध कराने आईआरसीटीसी की साइट में नया फीचर जोड़ने की तैयारी कर रही है। रेल महकमे से मिली जानकारी के मुताबिक 3 माह में यह व्यवस्था शुरू हो सकती है।
इस नई व्यवस्था के तहत जो यात्री आईआरसीटीसी के जरिए टिकट बुक कराएंगे उन्हें टिकट बुक करते समय ही गेट ट्रेन चार्ट के ऑप्शन को चुनने का मौका दिया जाएगा। इसके बाद आईआरसीटीसी मैसेज के जरिए यात्री को लिंक भेजेगा जिसमें यात्री यह पता कर सकेंगे कि वे जिस ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं उसमें किस श्रेणी में कितनी सीटें खाली हैं। लिंक पर जो यात्री पहले क्लिक करेंगे उनको उपलब्धता के आधार पर सीट मिलेगी। वहीं इस सुविधा के लिए रेलवे 5 से 10 रुपए तक का चार्ज लेगा।
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वर्तमान में आईआरसीटीसी की साइट पर गेट ट्रेन चार्ट के जरिए खाली सीट का पता तो किया जा सकता है लेकिन यात्रियों के मोबाइल पर खाली सीट का ब्यौरा नहीं भेजा जाता। जिसके कारण वेटिंग टिकट वाले यात्री टीटीई पर निर्भर हो जाते थे, जिन पर हमेशा यह आरोप लगता है कि वे नियम कायदों के बजाए मनमर्जी से काम करते हैं।
ऐसे काम करेगा सिस्टम
आईआरसीटीसी से टिकट बुक करते समय चार्ट का ऑप्शन चुनना होगा, फिर यात्रा विवरण देने के बाद गेट ट्रेन चार्ट को क्लिक करना होगा। गेट अलर्ट वाया एसएमएस/मेल/वॉट्सएप के तीन विकल्पों में से एक को चुनना होगा। इसके बाद यदि टिकट कंफर्म हुआ तो खाली सीटों का अलर्ट मोबाइल पर मिल जाएगा। बुक नाउ का ऑप्शन चुनते ही उपलब्ध सीट स्वतः बुक हो जाएगी।
सर्वर डाउन और हाई कंजंम्शन की समस्या से जूझना होगा
वैसे तो आईआरसीटीसी की साइट ओवर कंजंम्शन के कारण हैंग होने या सर्वर डाउन की समस्या से ग्रसित हो जाती है, अक्सर उपभोक्ताओं की यही शिकायत है। यदि उम्दा नेटवर्क की बात की जाए तो अभी सिर्फ महानगरों में ही 5 जी सेवाएं शुरू हो पाई हैं। ऐसे में आईआरसीटीसी का यह नवाचार कितना सफल हो पाता है यह कहना अभी मुश्किल है। माना जा रहा है कि इस सेवा को सफल होने में काफी ज्यादा प्रयास, अच्छे नेटवर्क और यात्रियों के रुझान पर निर्भर होना पड़ेगा।