New Delhi. देश में एक बार फिर कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे हैं। आज 1300 नए मामले सामने आए जो 140 दिन बाद कोविड के रोजाना आने वाले केसों में सबसे ज्यादा हैं। इस आंकड़े के बाद देश में अभी तक कोविड संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 4 करोड़, 46 लाख, 99 हजार 4 सौ अठारह हो चुकी है। वहीं मौतों का आंकड़ा बढ़कर 7हजार 6 सौ 5 हो चुका है।
माना जा रहा है कि कोविड मामलों में बढोतरी के पीछे नए वैरिएंट एक्सबीबी मुख्य वजह है। यह वैरिएंट भी ओमिक्रॉन की भांति बड़ी तेजी से फैलता है। अब तक यह वैरिएंट जीनोम सिक्वेंसिंग में 349 केसों में डिडक्ट हुआ है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने हाईलेवल बैठक कर जीनोम सिक्वेंसिंग में तेजी लाने के निर्देश दिए। पीएम मोदी ने कहा था कि इससे नये वैरिएंट पर नजर रखने और समय पर कार्रवाई करने में मदद मिलेगी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वरिष्ठ नागरिकों और अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाएं।
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स्वास्थ्य मंत्रालय बोला घबराने की जरूरत नहीं
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने गुरुवार को कहा कि विश्व में कोविड के 94,000 नए मामले एक दिन के आए हैं। अभी भी यह वैश्विक महामारी खत्म नहीं हुई है क्योंकि नए मामले आ रहे हैं। राजेश भूषण ने कहा कि महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. मैंने 16 मार्च को व्यक्तिगत रूप से इन राज्यों को लिखा था कि उन्हें क्या कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि नए वैरिएंट कोरोना के ताजा मामलों में बढ़ोतरी के पीछे हो सकते हैं। हालांकि जब तक यह गंभीर बीमारी और मौत का कारण नहीं बनता है, तब तक घबराने की जरूरत नहीं है। जब कोविड का प्रकोप शुरू हुआ था तो यह अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और ओमिक्रोन वैरिएंट के साथ हुआ था। इस तरह वायरस बदलता गया. सौभाग्य से, हम पिछले एक साल पर नजर डालें तो ऐसे वैरिएंट सामने आए जो ओमीक्रोन के ही सब-वैरिएंट हैं। इसलिए लगता है कि वायरस कुछ हद तक स्थिर हो गया है और अतीत की तरह तेजी से नहीं बदल रहा है।