PANIPAT. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को पंजाब और हरियाणा में खालिस्तानी संगठन से जुड़े लोगों के 10 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। सूत्रों ने कहा कि खालिस्तान टाइगर फोर्स से जुड़े लोगों के पंजाब में नौ ठिकानों और हरियाणा में एक ठिकाने पर छापेमारी की जा रही है। बताते हैं, खालिस्तानी चरमपंथी संगठन द्वारा रची गई आतंकवादी साजिशों को उजागर करने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, जिससे सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों, हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी के लिए धन इकट्ठा किया जा रहा है।
सूचना के बाद एनआईए ने की कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) की तरफ से पंजाब और हरियाणा में बड़ी वारदातों की तैयारी की जा रही थी। जिसमें धमाकों से लेकर टारगेट किलिंग तक शामिल है। उनके प्लान को डीकोड करने पर एनआईए को पता चला कि कई लोकल लोग उनके लिए फंडिंग कर रहे हैं। कई फंडिंग का जरिया बने हुए हैं। वहीं कई लोग बॉर्डर पार और खासकर पाकिस्तान से हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी में मदद कर रहे हैं। जिसके बाद एक साथ केटीएफ से जुड़े संदिग्ध लोगों पर रेड की गई।
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मुक्तसर में खिलौना व्यापारी के यहां रेड
NIA की टीम ने पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले में खिलौना बेचने वाले पर रेड की है। टीम ने अबोहर रोड बाइपास पर रहने वाले व्यक्ति से काफी देर तक पूछताछ की गई।
फिरोजपुर में 5 गांवों से कई संदिग्ध हिरासत में लिए
इसके अलावा एनआईए ने फिरोजपुर के तलवंडी भाई क्षेत्र में भी रेड की गई। यहां के करीब 5 गांवों से कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। उनसे KTF की फंडिंग और हथियार तस्करी की साजिश में शामिल होने को लेकर पूछताछ की जा रही है।
कैथल में दवा कारोबारी के घर रेड
हरियाणा के कैथल में दवा कारोबारी भाईयों प्रदीप और कुलदीप के घर सुबह 6 बजे रेड हुई। गांव चूहड़माजरा में ये रेड करीब 4 घंटे चली। सूत्रों के मुताबिक, टीम के पास जानकारी थी कि प्रदीप और कुलदीप के बैंक खातों में असामान्य ट्रांजेक्शन हुए हैं। दोनों अवैध रूप से दवाइयों की सप्लाई करते हैं। प्रदीप के बड़े भाई कुलदीप के अनुसार, शक के आधार पर NIA की टीम उनके घर पूछताछ के लिए आई थी। टीम वापस चली गई है। भाई प्रदीप के बैंक खातों की पासबुक और अन्य ट्रांजेक्शन की जांच की गई। टीम ने सवाल जवाब किए। कई कागजों पर प्रदीप के हस्ताक्षर करवाए।
KTF को 4 महीने पहले आतंकी संगठन घोषित किया
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 4 महीने पहले KTF को आतंकी संगठन घोषित किया था। गृह मंत्रालय ने कहा था- ''खालिस्तान टाइगर फोर्स कट्टरपंथी संगठन है। जिसका मकसद पंजाब में फिर आतंकवाद फैलाना है। पंजाब में टारगेट किलिंग के पीछे भी इस संगठन का हाथ है। गृह मंत्रालय का कहना है कि ये संगठन भारत की क्षेत्रीय अखंडता, एकता, राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देता है।''
कनाडा से निज्जर चला रहा सरगना
खालिस्तान टाइगर फोर्स का सरगना हरदीप सिंह निज्जर है। वह कनाडा में बैठकर संगठन को ऑपरेट कर रहा है। सितंबर 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरदीप निज्जर को आतंकवादी घोषित कर दिया था। इसके बाद निज्जर की जालंधर के भर सिंह पुरा गांव में संपत्तियां भी कुर्क की थीं। इसी गांव में निज्जर ने पुजारी का कत्ल कराया था। इसके जरिए वह पंजाब में धार्मिक उन्माद फैलाने की फिराक में था। 2018 में जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत की यात्रा पर आए थे, तब तत्कालीन CM अमरिंदर सिंह ने उन्हें खालिस्तानी आतंकवादियों की एक सूची सौंपी थी और और उसमें निज्जर का भी नाम था। पंजाब में हाल ही में कई टारगेट किलिंग और बम धमाकों के आरोपी अर्शदीप डल्ला भी इसी आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है।