NEW DELHI. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार 17 मई को देश के 6 राज्यों के 122 ठिकानों पर छापा मारा। दरअसल NIA को मध्यप्रदेश सहित हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में आतंकी-नशीले पदार्थों के तस्करों-गैंगस्टरों के गठजोड़ की जानकारी मिली थी। इसके बाद आतंकवाद रोधी एजेंसी ने राज्य पुलिस बलों के साथ मिलकर बुधवार तड़के से परिसरों और संदिग्धों से जुड़े अन्य स्थानों पर छापेमारी की। सूत्रों की माने तो NIA की छापेमारी अभी भी जारी हैं। इस दौरान NIA अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के सदस्य जसविंदर सिंह मुल्तानी के सहयोगियों के परिसरों पर भी तलाशी ली।
National Investigation Agency (NIA) is conducting searches at more than 100 locations in six states-Haryana, Punjab, Rajasthan, UP, Uttarakhand and MP in terror-narcotics smugglers-gangsters nexus cases. pic.twitter.com/SG4QY0VOEo
— ANI (@ANI) May 17, 2023
जब्त मोबाइल से मिले ड्रग्स नेक्सस से जुड़े लोगों के राज
बताया जा रहा है कि एनआईए की ओर से यह छापेमारी लॉरेंस बिश्नोई जैसे गैंग से जुड़े लोगों और कई राज्यों में फैले उनके सिंडिकेट को तोड़ने के लिए की जा रही है। पिछली छापेमारी के दौरान एनआईए ने 70 से अधिक मोबाइल जब्त किए थे। बताया जा रहा है कि इन मोबाइल में ड्रग्स नेक्सस और लॉरेंस बिश्नोई जैसे गेंड से जुड़े लोगों के कई राज बंद हैं।
इनकी तस्कर-गैंगस्टरों की हो चुकी है गिरफ्तारी
जसविंदर सिंह मुल्तानी पिछले साल चंडीगढ़ में मॉडल बुड़ैल जेल के पास बम लगाने में शामिल था। उसे 2021 में लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट के मास्टरमाइंड के आरोप में जर्मनी में गिरफ्तार किया गया था। NIA की टीमों ने आतंक-नशीले पदार्थों-तस्करों-गैंगस्टरों की सांठ-गांठ के खिलाफ दर्ज 5 मामलों के जवाब ये छापेमारी अभियान चला रखा है। वहीं, एजेंसी ने 25 जनवरी 2023 को दीपक रंगा को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से गिरफ्तार किया था, जो मई 2022 में मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर आरपीजी हमले का मुख्य शूटर था।37/2022/एनआईए/डीएलआई मामले में गिरफ्तार रंगा कनाडा स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा और पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा का करीबी सहयोगी भी है।
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छापेमारी टीम में 200 से ज्यादा सदस्य
एनआईए सूत्रों के मुताबिक विदेशों में बैठे गैंगस्टर कथित तौर पर खालिस्तानी अलगाववादियों को फंडिंग कर आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि एनआईए के 200 से अधिक रेड टीम के सदस्य 100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी में मौजूद थे। जसविंदर सिंह मुल्तानी को एसएफजे के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी सहयोगी माना जाता है और कथित तौर पर अलगाववादी गतिविधियों में शामिल है।
मूसेवाला की हत्या के बाद से शुरू हुई कमरतोड़ कार्रवाई
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े गोली मार हत्या की घटना के बाद से पंजाब-हरियाणा समेत कई गैंगस्टर केंद्रीय एजेंसियों के निशाने पर आ गए हैं। मूसेवाला हत्याकांड में सबसे ज्यादा चर्चा लॉरेंस बिश्नोई गैंग की हुई थी। इस गैंग के कई शूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है।
एसएफजे पर प्रतिबंध का ये है कारण
जसविंदर सिंह मुल्तानी ने कथित तौर पर 2020-2021 में किसानों के विरोध के दौरान सिंघू बॉर्डर पर किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल की हत्या की साजिश रची थी। उसने कथित तौर पर बलबीर सिंह राजेवाल को मारने के लिए एक जीवन सिंह को कट्टरपंथी बनाया। 2019 में, केंद्र ने पंजाब में अलगाववादी एजेंडे और हिंसक उग्रवाद को बढ़ावा देने के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत एसएफजे पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार ने कहा कि उनकी गतिविधियों का उद्देश्य समुदायों के बीच विभाजन पैदा करना और राज्य में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ना है।