भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और मौजूदा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ( Nitin Gadkari revelation ) ने बड़ा खुलासा किया है। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें विपक्ष के एक बड़े नेता की तरफ से प्रधानमंत्री पद का ऑफर ( Prime Minister position offer ) मिला था। हालांकि, उन्होंने इसे ठुकरा दिया। गडकरी ने कहा कि वह कभी भी देश के प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहते थे। आपको बता दें कि यह खुलासा बीजेपी नेता ने एक पत्रकारिता पुरस्कार समारोह ( journalism award ceremony ) के दौरान किया। यहां उन्होंने कई पत्रकारों को सम्मानित भी किया।
गडकरी ने पीएम पद का ऑफर ठुकराया
महाराष्ट्र के नागपुर में पत्रकारिता पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया था। इसी कार्यक्रम में नितिन गडकरी भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं किसी का नाम नहीं लूंगा, लेकिन विपक्ष के एक बड़े नेता मुझे प्रधानमंत्री बनाने के लिए समर्थन कर रहे थे। भाजपा नेता ने यह नहीं बताया कि यह बात कब की है, न ही उन्होंने कार्यक्रम में बताया कि वह विपक्षी नेता कौन था जो गडकरी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए समर्थन कर रहा था।
कार्यक्रम में बीजेपी नेता गडकरी ने आगे कहा कि जब मुझे ये ऑफर मिला तो मैंने विपक्षी नेता को जवाब देते हुए कहा कि आप मेरा समर्थन क्यों करेंगे? और मैं आपसे समर्थन क्यों लूंगा? पीएम बनना मेरे जीवन का लक्ष्य नहीं है। हालांकि, केंद्रीय परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ये जरूर कहा कि उन्हें लोकसभा चुनाव से पहले ये ऑफर मिला था, लेकिन उन्होंने इस बड़े ऑफर को ठुकरा दिया।
'विचारधारा और दृढ़ संकल्प से समझौता नहीं'
इस खुलासे के बाद नितिन गडकरी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए आगे कहा कि मैं एक विचारधारा और दृढ़ विश्वास वाला व्यक्ति हूं। मैं अपने संगठन के प्रति वफादार हूं। मैं उस पार्टी से हूं, जिसने मुझे वो सब कुछ दिया है जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। कोई भी ऑफर मुझे लुभा नहीं सकता। मेरे लिए मेरा दृढ़ संकल्प ही सर्वोपरि है। मेरा मानना है कि दृढ़ संकल्प ही लोकतंत्र की ताकत है। मैं किसी भी पद के लिए अपनी विचारधारा और अपने दृढ़ संकल्प से समझौता नहीं करूंगा।
ये खबर भी पढ़िए...मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के परिवहन विभागों की अहम बैठक, दोनों राज्यों में बस रूटों पर बनी सहमति
पत्रकारों को किया गया सम्मानित
नितिन गडकरी ने पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए चार पत्रकारों को 2023-24 के लिए अनिल कुमार सम्मान से सम्मानित किया। सम्मानित होने वाले पत्रकारों में विवेक देशपांडे, राम भागवत, श्रीमंत माने और राम भाकरे शामिल हैं। इस अवसर पर गडकरी ने पत्रकारों को पत्रकारिता और राजनीति दोनों में नैतिकता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र तभी सफल हो सकता है जब इसके चारों स्तंभ न्यायपालिका, कार्यपालिका, विधायिका और मीडिया नैतिकता का पालन करें।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक