NEW DELHI. बिहार की सत्ता में एक बार बड़ा उलटफेर हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस और आरजेडी का साथ छोड़कर NDA में वापसी की हैं। नीतीश कुमार 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं। रविवार को नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ बीजेपी के दो डिप्टी सीएम ने भी शपथ ली है। इसमें सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा शामिल हैं। नीतीश के अलावा 8 अन्य नेताओं ने शपथ ली। इनमें जेडीयू और बीजेपी से तीन-तीन, HAM से एक और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं। बिहार में नीतीश कुमार के नौवीं बार सीएम बनने पर पीएम मोदी ने नीतीश कुमार को बधाई दी है।
नीतीश कुमार सीएम, सम्राट और विजय सिन्हा डिप्टी सीएम बने
नीतीश कुमार ने 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। पटना स्थित राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने उन्हें पद और गोपनीयता के रूप में शपथ दिलाई। इसके बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष रहे विजय सिन्हा ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली। दोनों को नीतीश के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया हैं। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जय श्रीराम के जयघोष और मोदी- मोदी के नारे सुनाई दिए। शपथ के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत वरिष्ठ बीजेपी और जदयू नेता मौजूद रहे। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान भी शामिल हुए।
JDU+BJP+HAM+निर्दलीय= नई सरकार
इससे पहले सियासी उठापटक के बीच आरजेडी और कांग्रेस से गठबंधन टूटने के बाद नीतीश कुमार ने रविवार की सुबह इस्तीफा दे दिया था। नीतीश कुमार ने बीजेपी के 78, जेडीयू के 45, हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) के चार और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन से फिर सरकार बनाई है। इसके बाद नीतीश कुमार ने शाम को फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नीतीश और दोनों डिप्टी सीएम के बाद कई विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली।
- चौथे नंबर पर सीएम नीतीश के खास माने जाने वाले जेडीयू नेता विजय चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली। महागठबंधन सरकार में उनके पास वित्त विभाग की जिम्मेदारी थी। बिहार सरकार में वह जेडीयू से नंबर दो के नेता माने जाते हैं।
- जेडीयू के वरिष्ठ नेता एवं सुपौल से विधायक बिजेंद्र प्रसाद यादव ने पांचवें नंबर पर शपथ ली। इसके बाद बीजेपी नेता प्रेम कुमार को शपथ दिलाई गई। वे पहले भी मंत्री रह चुके हैं।
- सातवें नंबर पर जेडीयू विधायक श्रवण कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली। वह नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से आते हैं। उनके बाद पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के बेटे एवं हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने शपथ ग्रहण की। मांझी की पार्टी ने नीतीश की नई सरकार को समर्थन दिया है। HAM से बिहार विधानसभा में चार विधायक हैं।
- सबसे आखिर में निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। इससे पहले एनडीए और महागठबंधन की सरकारों में भी वह मंत्री रह चुके हैं। सुमित सिंह को भी नीतीश का करीबी माना जाता है।
नीतीश ने 11 बजे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को इस्तीफा सौंपा था। इसके बाद वे 128 विधायकों का समर्थन पत्र लेकर राज्यपाल के पास पहुंचे थे। नीतीश कुमार के साथ बीजेपी विधायक दल के नेता सम्राट चौधरी और उपनेता विजय सिन्हा मौजूद थे। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, जेडीयू नेता विजय चौधरी, बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े और निर्दलीय विधायक सुमित सिंह भी नीतीश कुमार के साथ राजभवन गए थे।
कौन हैं सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा
सम्राट चौधरी बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। नीतीश कुमार के महागठबंधन में जाने के बाद बीजेपी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। पिछले एक साल में वे लगातार नीतीश कुमार के खिलाफ मुखर होकर राजनीति कर रहे थे। अब उन्हें नीतीश के नेतृत्व वाली सरकार में डिप्टी बनाया गया है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष और पूर्व में स्पीकर रह चुके विजय सिन्हा को भी डिप्टी सीएम बनाया गया है। वह भी नीतीश के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक मुखर रहे थे। अब वे मुख्यमंत्री के साथ मिलकर काम करेंगे।