MUMBAI. रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने लोगों के बीच सिक्कों का वितरण आसान बनाने के लिए क्यूआर कोड आधारित सिक्का वेंडिंग मशीन की शुरुआत करने की घोषणा की है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि जनता के बीच सिक्कों के वितरण में सुधार के लिए कुछ प्रमुख बैंकों के सहयोग से क्यूआर कोड आधारित सिक्का वेंडिंग मशीन पर शीघ्र ही एक पायलट परियोजना शुरू की जाएगी। यह मशीन एक कैशलेस क्वॉइन डिस्पेंसेशन मशीन है, जो एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) का इस्तेमाल करके ग्राहक के बैंक खाते से राशि काटकर उसके एवज में सिक्के का भुगतान करेगी।
यूपीआई के जरिए निकलेंगे सिक्के
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि केंद्रीय बैंक क्यूआर आधारित वेंडिंग मशीन का पायलेट प्रोजेक्ट लॉन्च करने जा रही है। इसका उद्देश्य सिक्कों की उपलब्धता को बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक शुरुआती चरण में देश के 12 शहरों में इस योजना को शुरू करेगी। इन क्यूआर कोड बेस्ड वेंडिंग मशीनों का इस्तेमाल यूपीआई (UPI) के जरिए होगा। इनसे नोट की जगह सिक्के बाहर निकलेंगे। हालांकि, इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए किन 12 शहरों को चुना गया है इसका खुलासा नहीं किया गया है।
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बैंक अकाउंट से डेबिट होंगे पैसे
इन Coin Vending Machines से कोई भी ग्राहक अपने यूपीआई ऐप के जरिए मशीन के ऊपर लगे क्यूआर कोड स्कैन (QR Code Scan) करके सिक्के निकालने में सक्षम होगा। जितनी कीमत के सिक्के ग्राहक निकालेगा, उसके रजिस्टर्ड बैंक अकाउंट से वो राशि डेबिट हो जाएगी। बिल्कुल आसान प्रोसेस से जिस तरह आप एटीएम पर जाकर अपने डेबिट कार्ड के जरिए नोट निकालते हैं, वैसे ही इस मशीन से आप क्यूआर कोड स्कैन कर सिक्के निकाल सकेंगे।
अदाणी प्रकरण पर बोले आरबीआई गवर्नर- ऐसे मामलों का असर नहीं
अदाणी समूह मामले में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 8 फरवरी, बुधवार को कहा कि देश के बैंक इतने बड़े और मजबूत हैं कि उन पर ऐसे मामलों का कोई असर नहीं पड़ेगा। अमेरिकी वित्तीय शोध और निवेश कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के मद्देनजर अदाणी समूह की कंपनियों को बैंकों की तरफ से दिये गये कर्ज को लेकर विभिन्न तबकों में चिंता जताई जा रही है।
रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। अदाणी समूह से जुड़े एक सवाल के जवाब में दास ने कहा कि आरबीआई ने स्वयं से अपना आंकलन किया और बयान जारी किया। उन्होंने अदाणी समूह का जिक्र किए बिना कहा, आज के समय में भारतीय बैंकों का आकार, उनकी क्षमता काफी मजबूत है। उनकी क्षमता ऐसी है कि वे इस प्रकार के मामलों से प्रभावित होने वाले नहीं हैं।