New Delhi. देशभर में साइबर ठगी बढ़ रही है। इसी के साथ क्लोन चेक के माध्यम से भी धोखाधड़ी के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इसको देखते हुए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (सीबीआई) ने 5000 रुपए से ज्यादा के बेयरर चेक (वह चेक, जिसका भुगतान नकद होता है) का भुगतान प्राप्त करने वालों के लिए फोटो पहचान पत्र को अनिवार्य कर दिया है। अब बेयरर चेक प्रस्तुत करने वालों को तभी भुगतान किया जाएगा, जब वे अपना फोटो पहचान पत्र (आधार या अन्य) देंगे। इस संबंध में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के केंद्रीय कार्यालय ने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को सर्कुलर भेज दिया है। यह व्यवस्था देशभर में तुरंत प्रभाव से लागू कर दी गई है।
चेक के माध्यम से धोखाड़ी के मामले बढ़े
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के केंद्रीय कार्यालय के पत्र में निर्देश दिए गए हैं कि कैश भुगतान में क्लोन चेक के माध्यम से धोखाड़ी के मामले बढ़े हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिए यह व्यवस्था लागू की गई है। बैंक के मुजफ्फरपुर क्षेत्रीय प्रमुख दिलीप कुमार ने सर्कुलर मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि यह नियम केवल उन ग्राहकों के लिए है, जो कैश भुगतान के लिए 5000 से अधिक का चेक प्रस्तुत कर रहे हैं। इससे पहले यह नियम 50 हजार से ज्यादा राशि के लिए लागू किए गए थे।
बियरर चेक क्या है? इसका उपयोग कहाँ होता है?
चेक, धारक को उसमें लिखी गई राशि के भुगतान की गारंटी देता है, जिसके लिए बैंक चेक के भुगतान से पूर्व चेक की तारीख, राशि, खाताधारक के हस्ताक्षर और लाभार्थी के नाम की जांच करता है। यदि इनमे से कोई भी जानकारी गलत लिखी गई होगी तो बैंक आपका चेक भुगतान के लिए स्वीकार नहीं करेगा। चालू खाताधारक और बचत खाताधारक दोनों ही चेक जारी कर सकते हैं। बैंकों द्वारा बियरर चेक, ओपन चेक, पोस्ट डेटेड चेक, आर्डर चेक, क्रॉस चेक और अन्य भिन्न प्रकार के चेक जारी किए जाते हैं।