BHOPAL. ओंकारेश्वर में बनने जा रहे एकात्म धाम के दूसरे चरण में आचार्य शंकर म्यूजियम बनना है। इस म्यूजियम को बनाने के टेंडर मप्र पर्यटन विकास निगम ने जारी कर दिए हैं। 700 करोड़ से बनने वाले इस म्यूजियम में आचार्य शंकर म्यूजियम खास होगा।
म्यूजियम के बारे में आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास के प्रभारी अधिकारी डॉ. शैलेंद्र मिश्रा ने कहा कि इसके निर्माण में वंशी पहाड़पुर (भरतपुर) के गुलाबी और लाल पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा। यह वही पत्थर है जिससे अयोध्या का राम मंदिर बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले फेज-1 का लोकार्पण और फेज-2 का काम शुरू करना चाहती है।
क्या होगा म्यूजियम में
विशेष रूप से बनाए जा रहे इस म्यूजियम में माया गैलरी, हाई स्क्रीन थिएटर, लेजर लाइट वॉटर एंड साउंड शो, डायोरामा होगा। इसके साथ ही यहां अदि शंकराचार्य के दर्शन को दिखाता अद्वैत नर्मदा विहार और देशभर की विधाओं को समेटे एक आर्ट गैलरी भी होगी। यहां एक लाइव प्रदर्शन और शॉपिंग सेंटर होगा जो अद्वैत कलाग्राम कहा जाएगा।
आ सकते हैं भागवत और मोदी
कहा जा रहा है कि जिस दिन आचार्य शंकर की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ वननेस’ का लोकार्पण होगा, उसी दिन शंकर म्यूजियम का भूमिपूजन किया जाना तय हुआ है। बताया जा रहा है कि अगस्त के आखिर में यह लोकार्पण और भूमिपूजन किया जा सकता है। इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों को बुलाया जा सकता है।
शुरुआत हुई महाकाल महालोक से
मप्र में मंदिरों को भव्य रूप देने की शुरुआत महाकाल महालोक से हुई। इसके बाद ओंकारेश्वर में एकात्मधाम की स्थापना हो रही है। सलकनपुर में देवी लोक बनाया जाएगा जिसका बड़ा कार्यक्रम हाल ही में सलकनपुर में सीएम शिवराज सिंह ने किया है। इसके साथ ही रामराजा की नगरी ओरछा में रामराजा लोक की स्थापना होगी और सागर में संत रविदार स्मारक को भव्य रूप में तैयार किया जाएगा। चित्रकूट में दिव्य वनवासी राम लोक को भी नया रूप देने की मध्य प्रेदश सरकार की योजना है। इन भव्य मंदिरों को जरिए प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को दुनिया के सामने रखने का दावा बीजेपी द्वारा किया जाता रहा है।