NEW DELHI. बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो बहन मायावती ने एक बार फिर विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के साथ जाने की बात को सिरे से खारिज करते हुए 2024 के आमचुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है। बहन जी के इस रुख पर राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू यादव ने भी प्रतिक्रिया दी है। लालू का कहना है कि इंडिया गठबंधन में शामिल होने के लिए मायावती को निमंत्रण ही कहां दिया है। जब लालू से इस बाबत सवाल किया गया तो उन्होंने अपने अंदाज में कहा कि ‘ कहां हम लोग बुलाए हैं’
संयोजक के सवाल पर कहा कल फैसला होगा
इधर विपक्षी गठबंधन इंडिया के एजेंडे और संयोजक पद के सवाल पर लालू यादव बोले कि हम लोग आगे के चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव नजदीक हैं। वहीं संयोजक पद के सवाल पर वे बोले कि यह कल की मुंबई मीटिंग में डिसाइड हो जाएगा।
कांग्रेस बोली- दलित नहीं ‘दौलत’ की बेटी
मायावती के इस फैसले पर अन्य दल भी अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। बीएसपी की अलग राह पर कांग्रेस की ओर से बयान आया है कि वे अब दलित नहीं, दौलत की बेटी हो गई हैं। दूसरी तरफ बीजेपी ने मायावती को एनडीए में शामिल होने का प्रस्ताव दिया है। महागठबंधन में बीएसपी की साथी रही समाजवादी पार्टी की ओर से कहा गया है कि मायावती अब दलितों के नेता नहीं हैं।
मायावती ने ट्वीट कर की घोषणा
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने आज ट्वीट कर उन तमाम अटकलों को दरकिनार कर दिया जिसमें बीएसपी के विपक्षी गठबंधन में शामिल होने के कयास लग रहे थे। मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा कि एनडीए और इंडिया गठबंधन में अधिकांश गरीब विरोधी, जातिवादी, सांप्रदायिक और पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं, जिनकी नीतियों के खिलाफ बीएसपी लगातार संघर्ष कर रही है, इसलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
मायावती ने पार्टियों को तोड़कर अपने दल में नेताओं को शामिल कराए जाने को लेकर भी बड़े राजनैतिक दलों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि बीएसपी विरोधियों के जुगाड़ या जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे और बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारे के आधार पर जोड़कर उनके गठबंधन से 2007 की तरह बीएसपी अकेले आगामी आम चुनाव और 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव मैदान में उतरेगी।