इंटरनेशनल डेस्क. ऑस्ट्रेलियाई विपक्षी नेता पीटर डटन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़े हैं। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई राजनेता पीएम मोदी से जलते हैं। वे इसलिए जलते हैं कि उनमें से कोई भी 20 हजार लोगों को इकट्ठा करने और उनसे 'मोदी-मोदी' उपनाम के जैसे नारे लगवाने में सक्षम नहीं हैं। उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए भारतीय समुदाय के काम की भी सराहना की।
पीटर डटन ने की पीएम मोदी की तारीफ के पुल बांधे
ऑस्ट्रेलियाई संसद को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष डटन ने कहा कि मंगलवार (23 मई) को सिडनी में एक बड़ी घटना घटी। राजनीति के दोनों पक्षों से बहुत सारे लोग मोजूद थे, लेकिन मैंने आज हमारे पीएम से कहा कि वहां हर राजनेता इस बात से जल रहा था कि वह (पीएम नरेंद्र मोदी) दुनिया के दूसरे कोने में भी 20,000 लोगों को इकट्ठा करने और उनसे अपने उपनाम के नारे लगवाने में सक्षम थे। यह जलन खासकर लेबर पार्टी के नेताओं में था। मुझे लगा कि यह एक असाधारण घटना थी और मैं वास्तव में प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी में भारतीय समुदाय के काम की सराहना करता हूं। उन्होंने कहा कि वह ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के साथ रिश्ते को सम्मान देने के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और उनके प्रतिनिधिमंडल का धन्यवाद करने में शामिल हुए। दरअसल, पीएम मोदी ने 23 मई को सिडनी के कुडोस बैंक एरिना में 20 हजार से ज्यादा लोगों को संबोधित किया था। इस दौरान लोगों ने जमकर मोदी-मोदी के नारे लगाए थे।
डटन ने भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों पर भी की चर्चा
भारत के साथ संबंधों पर बोलते हुए डटन ने कहा कि जब उनकी सरकार सत्ता में थी, तो भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंध काफी असाधारण और मजबूत थे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और डैन टीन सहित फ्रंट बेंच पर कई लोगों के काम को भी स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने भारत के साथ व्यापार पर बहुत अच्छा काम किया है। इसके लिए उन्होंने पुरानी सरकारों को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं गुरुवार को सिडनी में प्रधानमंत्री मोदी से मिला था। यह एक बहुत ही सौहार्दपूर्ण और आकर्षक चर्चा थी।
पीएम मोदी ने प्रवासियों को किया था संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सिडनी यात्रा के दौरान एक सामुदायिक कार्यक्रम में भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पारस्परिक विश्वास और पारस्परिक सम्मान पर जोर दिया, जो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच घनिष्ठ ऐतिहासिक संबंधों की नींव है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों को पहले 3सी- कॉमनवेल्थ, क्रिकेट और करी द्वारा परिभाषित किया जाता था। और फिर लोकतंत्र, प्रवासी और दोस्ती और बाद में यह संबंध 'ऊर्जा, अर्थव्यवस्था और शिक्षा' के एक प्रमुख घटक के रूप में उभरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लेकिन उनका मानना है कि संबंध इससे परे है और यह आपसी विश्वास और आपसी सम्मान का संबंध है।