IMPHAL. मणिपुर में 83 दिनों बाद इंटरनेट बहाल करने के आदेश दिए गए हैं। शर्तों के साथ ब्रॉडबैंड सर्विस मिलेगी, लेकिन मोबाइल इंटरनेट अभी भी बंद ही रहेगा। मिजोरम में कुकी समुदाय के समर्थन में रैली निकाली गई। इसमें हजारों लोग शामिल हुए। रैली के समर्थन में ट्रांसपोर्ट सर्विस बंद की गई और सीएम जोरमथंगा ने सरकारी ऑफिस भी बंद रखने का आदेश दिया था।
वायरल वीडियो मामले में अब तक क्या ?
मणिपुर पुलिस का कहना है कि महिला की हत्या का वीडियो मणिपुर का बताकर वायरल किया गया था। 24 जुलाई को केस दर्ज किया है। वीडियो में बताया गया है कि हथियारबंद लोगों ने मणिपुर में महिला की हत्या की, जबकि ये घटना म्यांमार में हुई थी। वीडियो फैलाने का मकसद राज्य की शांति भंग करना और दंगे भड़काना था। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।
निर्वस्त्र मामले में 7वां आरोपी गिरफ्तार
मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के मामले में 7वें आरोपी को गिरफ्तार किया है। 19 जुलाई को दोनों महिलाओं का वीडियो वायरल हुआ था। इस कृत्य की हर किसी ने निंदा की थी।
मणिपुर सरकार का असम राइफल्स से सवाल
मणिपुर सरकार ने सोमवार देर रात असम राइफल्स से भारत में म्यांमार नागरिकों की घुसपैठ की डिटेल रिपोर्ट मांगी है। सरकार ने असम राइफल्स से सवाल किया है कि सिर्फ 2 दिनों (22-23 जुलाई) में म्यांमार के 718 नागरिक बिना पर्याप्त दस्तावेज के भारत में कैसे घुसे। इनमें 209 पुरुष, 208 महिलाएं और 301 बच्चे शामिल हैं।
मणिपुर हिंसा के पहले मृतक छात्र का शव अब तक नहीं मिला
मणिुपर हिंसा में पहली मौत 4 मई को हुई थी। एक 21 साल के छात्र हंगलालमुआन वैफेई की हत्या हुई थी। उसे सीएम बीरेन सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में 4 मई को गिरफ्तार किया गया था। चुराचांदपुर में जब पुलिस उसे लेकर जेल जा रही थी, तभी रास्ते में 800 लोगों ने गाड़ी को रोका और पीट-पीटकर हंगलालमुआन की हत्या कर दी थी। अब तक उसका शव परिजन को नहीं सौंपा गया है। परिजन ने बताया कि पुलिस कह रही है कि वैफेई का शव इंफाल मॉर्च्युरी में है, लेकिन हिंसा की वजह से हम इंफाल नहीं जा सके। परिजन ने पुलिस से कई बार गुहार लगाई, लेकिन अभी तक उन्हें शव नहीं सौंपा गया है।
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मणिपुर हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत
मणिपुर में पिछले ढाई महीने से हिंसा जारी है। अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 419 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं।