इंटरनेशनल डेस्क. भारतीय लड़ाकू विमानों के इंजन भारत में ही बनेंगे। अमेरिका की GE एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के बीच फाइटर प्लेन के इंजन बनाने का समझौता हुआ है। पहले GE इंजन को भारत में सप्लाई करती थी। अब इन्हें भारत में ही बनाया जाएगा। GE ने पीएम नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त हुए इस समझौते को ऐतिहासिक बताया है।
ड्रोन समझौते का होगा ऐलान
व्हाइट हाउस के हवाले से जानकारी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पीएम नरेंद्र मोदी के साझा बयान में भारत को हथियारबंद ड्रोन बेचने का ऐलान किया जाएगा।
बाइडेन ने पीएम मोदी को प्राइवेट डिनर पर बुलाया
पीएम नरेंद्र मोदी को अमेरिका दौरे के दूसरे दिन बुधवार को रात करीब 9 बजे (अमेरिकी समय के मुताबिक) प्राइवेट डिनर के लिए व्हाइट हाउस में बुलाया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने उनका स्वागत किया। डिनर में भारत के NSA अजित डोभाल और अमेरिका के NSA जेक सुलिवन भी शामिल हुए। आपको बता दें कि डिनर में जो बाइडेन का पसंदीदा पास्ता और आइसक्रीम भी थी।
पीएम मोदी ने जिल बाइडेन को दिया खास गिफ्ट
पीएम मोदी ने अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन को मैसूर के चंदन से बना एक खास बॉक्स गिफ्ट में दिया। इस बॉक्स को जयपुर के कारीगरों ने तैयार किया है। इस बॉक्स के अंदर भगवान गणेश की एक मूर्ति और एक दीये के साथ छोटी-छोटी डिब्बियों में 10 गिफ्ट हैं। ये सभी गिफ्ट भारतीय परंपरा के अनुसार बनाए गए हैं।
पीएम मोदी को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
अमेरिका दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी वॉशिंगटन पहुंचे। भारतीय समय के मुताबिक, बुधवार रात करीब 12 बजे जॉइंट बेस एंड्रयूज पर फ्लाइट लाइन सेरेमनी के साथ पीएम मोदी का स्वागत किया गया। अमेरिकी एयरफोर्स ने अमेरिका और भारत के राष्ट्रगान की धुन बजाई। पीएम मोदी को अमेरिका के चीफ प्रोटोकॉल ऑफिसर रूफस गिफर्ड ने रिसीव किया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
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भारत-अमेरिका के बीच 10-15 साल की पार्टनरशिप की शुरुआत
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ पीएम मोदी की होने वाली द्विपक्षीय बैठक को लेकर कहा कि अगले कुछ दिनों में दोनों नेता कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे। ये मुलाकात दोनों देशों के बीच अगले 10 से 15 सालों की पार्टनरशिप को परिभाषित करने जा रही है। हम रक्षा सहयोग, साइबर, स्पेस, सप्लाई चेन और क्लाइमेट चेंज जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इससे भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। हमें इससे बहुत उम्मीदें हैं।