DELHI. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत से रिश्तों को लेकर बयान दिया है। शरीफ ने कहा कि भारत से तीन युद्ध के बाद उनका देश सबक सीख चुका है। पश्चिमी एशिया के प्रमुख मीडिया संस्थानों में से एक अल-अरेबिया को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से 3 युद्धों में पाकिस्तान ने सबक सीखे हैं और वे अब शांति चाहते हैं। उन्होंने चैनल के माध्यम से ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी अपील की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन कश्मीर में जो कुछ भी हो रहा है, वो रुकना चाहिए।
पाक पीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बातचीत के लिए भेजा मैसेज
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बीते कुछ दिनों में अपने देश की सच्चाई से मुंह मोड़ने की जगह जनता को असली स्थितियों से अवगत करा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने पाकिस्तान के लिए बार-बार ऋण मांगने की तुलना भीख मांगने से की थी और कहा था कि उन्हें इसकी वजह से शर्मिंदा होना पड़ता है। अब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बातचीत के लिए मैसेज भेजा है। शाहबाज ने कहा कि भारतीय लीडरशिप और प्रधानमंत्री मोदी को मेरा संदेश है कि आइए मेज पर बैठते हैं और हमारे बीच के कश्मीर जैसे मसलों पर समझदारी से बात करते हैं।
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बेरोजगारी और महंगाई से जूझ रहा पाक
शहबाज का ये बयान तब आया है, जब पाकिस्तान बेरोजगारी और महंगाई से जूझ रहा है। खाने-पीने की चीजों और डीजल-पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं। पाकिस्तान का मीडिया PM मोदी की खुलकर तारीफ कर रहा है और कह रहा है कि भारत हर लिहाज से ताकतवर है।
भारत-पाकिस्तान मसलों पर शाहबाज ने 3 बड़ी बातें कहीं
1. कश्मीर: दुनिया में संदेश जाना चाहिए कि भारत बातचीत को तैयार
शहबाज ने कहा, "कश्मीर में हर वक्त मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। धारा 370 के तहत कश्मीरियों को जो अधिकार मिले थे भारत ने वे ले लिए हैं। अगस्त 2019 में ऑटोनॉमी खत्म कर दी गई। भारत में अल्पसंख्यकों पर जुल्म किए जा रहे हैं। ये सब हर हाल में रुकना चाहिए ताकि दुनिया में ये मैसेज जाए कि भारत बातचीत के लिए तैयार है।"
2. भारत-पाकिस्तान रिश्ते: यह हम पर है कि शांति से रहें या लड़ते रहें
उन्होंने कहा, "भारत और पाकिस्तान पड़ोसी हैं और उन्हें एक-दूसरे के साथ ही रहना है। ये हम पर है कि हम शांति के साथ रहें, तरक्की करें या फिर झगड़ते रहें। हमने भारत के साथ 3 युद्ध लड़े। इससे लोगों को केवल गरीबी, बेरोजगारी ही मिली। हमने अपना सबक सीख लिया है। हम शांति के साथ रहना चाहते हैं। हम अपनी वास्तविक परेशानियों को सुलझाना चाहते हैं।"
3. मोदी से अपील: अपने संसाधन गोला-बारूद पर बर्बाद करना नहीं चाहते
पाकिस्तानी PM ने कहा, "हम गरीबी को खत्म करना चाहते हैं। हमें खुशहाली और तरक्की चाहिए। हम अपने लोगों को शिक्षा देना चाहते हैं, उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार देना चाहते हैं। हम अपने संसाधनों को बम और गोला-बारूद पर बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। मैं यही संदेश पीएम नरेंद्र मोदी को देना चाहता हूं। हम दोनों ही न्यूक्लियर पावर्स हैं। पूरी तरह हथियारों से लैस हैं। ऊपरवाला न करे कि कोई जंग हो। ऐसा हुआ तो कौन जिंदा बचेगा ये बताने के लिए क्या हुआ था।"
पाकिस्तानी मीडिया ने खुलकर भारत की तारीफ की
पाकिस्तानी मीडिया ने पहली बार भारत की खुलकर तारीफ करते हुए उसे ताकतवर देश बताया है। पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि ऐसे वक्त में जब यूक्रेन के मुद्दे को लेकर अमेरिका और रूस आमने-सामने हैं, तब यही दोनों देश भारत के साथ खड़े हैं। यह भारत की बेहतरीन डिप्लोमेसी भी है।
एटमी ताकत होकर भीख मांगना शर्मनाक- शाहबाज शरीफ
शहबाज शरीफ ने पहली बार माना है कि बतौर प्रधानमंत्री हर विदेशी दौरे पर जाकर मदद के लिए हाथ फैलाना उनके लिए शर्मिंदगी की बात है। हैरानी की बात ये है कि शरीफ ने यह बात फौज के 1 प्रोग्राम में कही, जो पाकिस्तान के कुल बजट की सबसे बड़ी हिस्सेदार होती है।