PATNA. स्मारकों, पार्कों और शहरों के नाम बदलने की राजनीति काफी समय से चल रही है। अब इसमें राष्ट्रीय जनता दल का नाम भी शामिल होता दिख रहा है। आरजेडी पटना के अटल पार्क का नाम बदलने की जुगत में है, हालांकि बीजेपी के विरोध को देखते हुए फिलहाल फैसला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। लेकिन बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप यही दावा कर रहे हैं कि पार्क का नाम पहले से ही कोकोनट पार्क था।
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नहीं हुआ समारोह
बिहार सरकार की ओर से इस पार्क का नाम बदलने को लेकर समारोह आयोजित किया गया था। लेकिन विवाद बढ़ने के बाद सरकार ने कवायद रोक दी। तेज प्रताप यादव पार्क के नामांतरण समारोह में शामिल होने वाले थे लेकिन वे नहीं आए। तेज प्रताप ने पटना में करीब 6 पार्कों का लोकार्पण तो किया लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी पार्क के लोकार्पण कार्यक्रम में सरकार का कोई नुमाइंदा नहीं पहुंचा। हालांकि तेजप्रताप यादव पार्क का नाम बदलने के सवाल पर बोलने से नहीं चूके कि पार्क का नाम पहले से ही कोकोनट पार्क है। बीजेपी के लोग बेवजह मुद्दा बना रहे हैं।
2018 में बदला गया था नाम
बता दें कि साल 2018 में पटना के कोकोनट पार्क का नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम किया गया था। फिर यह खबर आई कि तेजप्रताप यादव इस पार्क का नाम बदलने वाले हैं। जिसके बाद बीजेपी नेताओं ने विरोध शुरु कर दिया था। बीजेपी नेता नित्यानंद राय ने ट्वीट के जरिए कहा कि आरजेडी-जेडीयू द्वारा पटना के कंकड़बाग स्थित अटल बिहारी वाजपेयी पार्क का नाम बदलकर कोकोनट पार्क किया जा रहा है। जो कि दुर्भावनापूर्ण और आपत्तिजनक है। यह पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान है। यह भारत रत्न का अपमान है। राय ने कहा कि आरजेडी नेताओं का यह समझना होगा कि जुगनुओं के टिमटिमाने से सूरज का प्रकाश नहीं फैल जाता।