जम्मू कश्मीर में आतंकी कर रहे परफ्यूम बम का इस्तेमाल, मरक्युरी बम से भी है ज्यादा खतरनाक, पकड़े गए आतंकी से हुआ बरामद

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Rajeev Upadhyay
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जम्मू कश्मीर में आतंकी कर रहे परफ्यूम बम का इस्तेमाल, मरक्युरी बम से भी है ज्यादा खतरनाक, पकड़े गए आतंकी से हुआ बरामद

Srinagar. जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों ने जब एक आतंकी को पकड़ा तो उसके कब्जे से मिले असहले को देख वे भी भौंचक रह गए। दरअसल लश्कर आतंकी के कब्जे से सुरक्षा बलों को एक परफ्यूम आईईडी बरामद हुआ। सुरक्षा बलों का मानना है कि यह परफ्यूम आईईडी मरक्युरी बम से भी ज्यादा खतरनाक होता है और इसे छूते ही ब्लास्ट हो जाता है। 



पाक में बैठे हैंडलर से था संपर्क में



सुरक्षा बलों ने जिस लश्कर आतंकी को पकड़ा है वह पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर के इशारों पर आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहा था। इसी आतंकी ने 21 जनवरी को नरवाल में दो ब्लास्ट किए थे। सुरक्षा बलों का कहना है कि बीते साल वैष्णो देवी जा रही बस में भी इसी आतंकी ने बम रखा था। जिसमें 4 लोग हताहत हुए थे। 21 जनवरी को हुए दो बम धमाकों में 9 लोग जख्मी हुए थे। जिसके कब्जे से परफ्यूम बम बरामद हुआ। खास बात यह है कि जम्मू कश्मीर में तैनात सुरक्षा बलों को पहली बार इस तरह का परफ्यूम बम बरामद हुआ है। 



राज्य के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि 20 जनवरी को दो आईईडी बम प्लांट किए गए थे। जो कि एक दिन बाद 21 जनवरी को 20 मिनिट के अंतराल में ब्लास्ट हुए। एक बड़ी साजिश के तहत इन आईईडी को प्लांट किया गया था। पहले ब्लास्ट में 9 लोग घायल हुए थे, वो तो सुरक्षाबलों ने समय रहते पूरा इलाका खाली करा लिया जिस कारण दूसरे ब्लास्ट में किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ। जबकि दूसरा ब्लास्ट पहले वाले से काफी ज्यादा तेज था। 




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    डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि इस मामले में एक लश्कर आतंकी आरिफ को पकड़ा गया है। वह रियासी का निवासी है और सरकारी टीचर है। बीते साल यह लश्कर ए तैयबा के हैंडलर के संपर्क में आया था। इसने परफ्यूम बम खुद बनाया या फिर इसे पाकिस्तान से मुहैया कराया गया, इस बात की पूछताछ चल रही है। 



    कितना खतरनाक है परफ्यूम बम



    अब तक आतंकी घटनाओं में टिफिन बम और मरक्युरी बम का इस्तेमाल किया जाता था। टिफिन बम में आईईडी को टिफिन में रख दिया जाता था, वहीं इससे मिलते जुलते मरक्युरी बम में डेटोनेटर और आईईडी के बीच मरक्युरी यानि पारा अटैच किया जाता था। जैसे ही बम 45 डिग्री के करीब हिलता या झुकता था उसमें विस्फोट हो जाता था। अब सुरक्षा बलों के सामने परफ्यूम बम की चुनौती है। परफ्यूम बम आकार में काफी छोटा होता है और इसे छूने, खोलने या दबाने की कोशिश की जाए तो इसमें ब्लास्ट हो जाता है। 


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