NEW DELHI. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 जनवरी यानी मंगलवार को 108वें इंडियन साइंस कांग्रेस का उद्घाटन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, अगले 25 सालों में भारत जिस ऊंचाई पर होगा, उसमें भारत की वैज्ञानिक शक्ति की भूमिका बहुत अहम होगी। टेक्नोलॉजी से बड़ा बदलाव संभव है। 2015 तक हम 130 देशों के ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 81वें स्थान पर थे, लेकिन 2022 में हम 40वें स्थान पर पहुंच गए हैं। स्टार्टअप में भारत टॉप-3 पर है। महिलाएं भी आगे आकर इसमें हिस्सा ले रही हैं। हर क्षेत्र की तरह साइंस में भी महिलाओं की भागीदारी दोगुनी हुई है।
कार्यक्रम की थीम की दुनिया भर में सबसे ज्यादा चर्चा
प्रधानमंत्री ने कहा, इस बार भारतीय विज्ञान कांग्रेस की थीम भी एक ऐसा विषय है, जिसकी दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। दुनिया का भविष्य सस्टेनेबल डेवलमेंट के साथ ही सुरक्षित है। आपने सस्टेनेबल डेवलमेंट के विषय को महिला सशक्तिकरण के साथ जोड़ा है। आज देश की सोच केवल यह नहीं है कि साइंस के ज़रिए महिला सशक्तिकरण हो, बल्कि महिलाओं की भागीदारी से साइंस का भी सशक्तिकरण करें।
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तुकोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी मना रही है शताब्दी समारोह
कार्यक्रम का सब्जेक्ट- साइंस एंड टेक्नोलॉजी फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट विद वुमन एंपावरमेंट रखा गया था। इसका आयोजन तुकोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी में हुआ। तुकोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी इस साल अपना शताब्दी समारोह मना रही है। इस दौरान महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे। बता दें कि इंडियन साइंस कांग्रेस पहला सेशन 1914 में किया गया था। तब से यह हर साल आयोजित किया जाता है।
दो साल से कोरोना के कारण नहीं हुआ था यह इवेंट
यह कार्यक्रम दो साल बाद आयोजित किया गया। इससे पहले 2020 में बेंगलुरु में यह इवेंट किया गया था। इवेंट का फोकस महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पर रहा। कोविड-19 की वजह से यह कार्यक्रम दो साल से नहीं हो पा रहा था।